कोकराझार (असम). असम में जारी बोडो एवं अल्पसंख्यक प्रवासियों के बीच संघर्ष में मरने वालों की संख्या 25 तक पहुंच गई है। हिंसा करीब 500 गांवों में फैल गई है। करीब 60 हजार लोग घर छोड़ कर भाग गए हैं वे शरणार्थी कैंपों में रह रहे हैं।
कोकराझार में सोमवार को दो शव बरामद किए गए। जिले में बेमियादी कर्फ्यू लगाया गया है। उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश जारी किया गया है। बीटीएडी के आईजीपी एसएन सिंह ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, 'राज्य में सोमवार को हिंसा की कई घटनाएं हुईं। सबसे ज्यादा प्रभावित जिला कोकराझार है। यहां कर्फ्यू लगाया गया है। उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया है प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सीएम तरुण गोगोई को हालात पर काबू पाने के लिए हरसंभव कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने घटना की विस्तृत जानकारी के लिए मुख्यमंत्री से फोन पर बात की। गृह मंत्रालय के आला अधिकारियों की स्पेशल टीम हालात का जायजा लेने के लिए असम पहुंच रही है। तरुण गोगोई ने अपने कैबिनेट सहयोगी नीलमणि सेन डेका और पृथ्वी माझी को कोकराझार भेजा है, जबकि सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल कल इलाके का दौरा कर सकता है। परिवहन मंत्री चंदन ब्रह्मा क्षेत्र में ही डेरा डाले हुए हैं। कोकराझार जिले में शांति बहाल करने के लिए 1400 अर्धसैनिक बल भेजे गए हैं। राज्य में 9000 अर्धसैनिक बल पहले से तैनात हैं। कोकराझार जिले में शांति बहाल करने के लिए 1400 अर्धसैनिक बल भेजे गए हैं। राज्य में 9000 अर्धसैनिक बल पहले से तैनात हैं। असम के अधिकारियों के मुताबिक, राज्य के 8000 वर्ग किमी. में फैले 400 गांव हिंसा की चपेट में हैं। प्रदेश में शुक्रवार रात बोडो लिबरेशन टाइगर के चार कैडरों की हत्या कर दी गई थी। तभी से बोडो एवं अल्पसंख्यक प्रवासियों के बीच संघर्ष जारी है। हिंसा भड़कने से रोकने के लिए राज्य सरकार ने ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी किनारे पर 10 जिलों में अलर्ट जारी किया था। धुबरी और चिरांग जिले में भी हिंसा हुई। धुबरी में पुलिस से झड़प में सात लोग घायल हुए हैं। ऑल असम माइनॉरिटी स्टूडेंट्स ने सोमवार को बंद का आह्वान किया था। उसके समर्थकों ने लोगों से मारपीट भी की। रोकने पर वे पुलिस से ही भिड़ गए। धुबरी और चिरांग में शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू रहेगा।
कोकराझार में सोमवार को दो शव बरामद किए गए। जिले में बेमियादी कर्फ्यू लगाया गया है। उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश जारी किया गया है। बीटीएडी के आईजीपी एसएन सिंह ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, 'राज्य में सोमवार को हिंसा की कई घटनाएं हुईं। सबसे ज्यादा प्रभावित जिला कोकराझार है। यहां कर्फ्यू लगाया गया है। उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया है प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सीएम तरुण गोगोई को हालात पर काबू पाने के लिए हरसंभव कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने घटना की विस्तृत जानकारी के लिए मुख्यमंत्री से फोन पर बात की। गृह मंत्रालय के आला अधिकारियों की स्पेशल टीम हालात का जायजा लेने के लिए असम पहुंच रही है। तरुण गोगोई ने अपने कैबिनेट सहयोगी नीलमणि सेन डेका और पृथ्वी माझी को कोकराझार भेजा है, जबकि सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल कल इलाके का दौरा कर सकता है। परिवहन मंत्री चंदन ब्रह्मा क्षेत्र में ही डेरा डाले हुए हैं। कोकराझार जिले में शांति बहाल करने के लिए 1400 अर्धसैनिक बल भेजे गए हैं। राज्य में 9000 अर्धसैनिक बल पहले से तैनात हैं। कोकराझार जिले में शांति बहाल करने के लिए 1400 अर्धसैनिक बल भेजे गए हैं। राज्य में 9000 अर्धसैनिक बल पहले से तैनात हैं। असम के अधिकारियों के मुताबिक, राज्य के 8000 वर्ग किमी. में फैले 400 गांव हिंसा की चपेट में हैं। प्रदेश में शुक्रवार रात बोडो लिबरेशन टाइगर के चार कैडरों की हत्या कर दी गई थी। तभी से बोडो एवं अल्पसंख्यक प्रवासियों के बीच संघर्ष जारी है। हिंसा भड़कने से रोकने के लिए राज्य सरकार ने ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी किनारे पर 10 जिलों में अलर्ट जारी किया था। धुबरी और चिरांग जिले में भी हिंसा हुई। धुबरी में पुलिस से झड़प में सात लोग घायल हुए हैं। ऑल असम माइनॉरिटी स्टूडेंट्स ने सोमवार को बंद का आह्वान किया था। उसके समर्थकों ने लोगों से मारपीट भी की। रोकने पर वे पुलिस से ही भिड़ गए। धुबरी और चिरांग में शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू रहेगा।
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