तबादलों ने बिगाड़ी अस्पतालों की सेहत 26 डॉक्टरों के तबादलों की सूची जारी, चार नौ डॉक्टर गए जिले से बाहर बाड़मेर. पहले से डॉक्टरों के रिक्त पदों से जूझ रहे सरकारी अस्पतालों की सेहत तबादलों से ओर बिगड़ जाएगी। खाली पद भरने की जल्द कोई उम्मीद नजर नहीं आती। ऐसा इसलिए कि सरकार मरीजों की संख्या के हिसाब से डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं करती और कम वेतन के कारण युवा डॉक्टर सरकारी सेवा में आना पसंद नहीं कर रहे। हाल में जारी डॉक्टरों की तबादला सूची में जिले भर के कुल 26 डॉक्टरों के तबादले किए गए हैं। जिसमें दस डॉक्टरों का तबादला जिले से बाहर कर दिया गया हैं। बदले में महज पांच डॉक्टर बाहरी जिले से बाड़मेर लगाए गए हैं। जिले के सरकारी हॉस्पिटल में पचास फीसदी डॉक्टरों के पद लंबे अर्से से रिक्त चल रहे हैं। पिछले आठ-दस साल से इन पदों पर गिने-चुने डॉक्टरों ने ही ज्वाइन किया है। यहां तक कि जिले के सबसे बड़े अस्पताल (राजकीय अस्पताल )में रिक्त पड़े कई पदों पर नियुक्तियां ही नहीं हो पाई है। सीएचसी व पीएचसी तो भगवान भरोसे चल रहे हैं। जहां कहीं इक्का दुक्का डॉक्टर ही लगे थे,उन्होंने ने भी अपने तबादले गृह जिलो में करवा दिए। पांच डॉक्टर आए ओर नौ गए स्वास्थ्य विभाग की तबादला सूची के अनुसार जिले के विभिन्न अस्पतालों में कार्यरत दस डॉक्टरों के तबादले नागौर, दौसा, सीकर, बीकानेर, करौली व जोधपुर किए गए हैं। जबकि महज पांच अन्य जिलों के डॉक्टरों को बाड़मेर में लगाया गया है। इनके हुए तबादले ब्लॉक सीएमएचओ महेश गौतम बालोतरा, डॉ. सुरेन्द्र पटेल राजकीय चिकित्सालय बाड़मेर से नाहटा अस्पताल बालोतरा, डॉ.संजीव मित्तल व सीमा मित्तल सीएचसी सिणधरी से राजकीय चिकित्सालय बाड़मेर, डॉ. रविन्द्र सांखला क.वि. (स्त्री) का राजकीय चिकित्सालय बाड़मेर व अरुण कुमार का स्थानातंरण किया गया है। ॥स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टरों की तबादला सूची जारी कर दी है। इसमें बाड़मेर में पांच नए डॉक्टर आएंगे। दस का स्थानातंरण अन्य जिलों में किया गया है। अभी तक डॉक्टरों को रिलीव नहीं किया है।डॉ. अजमल हुसैन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बाड़मेर |
रविवार, 3 जून 2012
तबादलों ने बिगाड़ी अस्पतालों की सेहत
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