चूडियों के गोदाम में आग
जोधपुर। भीतरी शहर में राखी हाउस के पास स्थित निमाज की हवेली स्थित चूडियों के गोदाम में मंगलवार सुबह आग लग गई। तंग गलियों से काफी परेशानी के बाद घटनास्थल पहुंची, तीन दमकलों ने समय रहते आग पर काबू पाया, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। आग से पियां नीचे गिर गई और हवेली की दीवार में दरार भी आई। अग्निशमन सूत्रों के अनुसार हवेली में पीयूष्ा सालेचा की सालेचा प्लास्टिक नाम से चूडियों की फैक्ट्री व गोदाम है। गोदाम में सुबह करीब आठ बजे आग लग गई।
चूडियों के चपेट में आने से लपटें निकलने लगीं। सूचना पर नागौरी गेट से दो व शास्त्रीनगर से एक दमकल के साथ फायर मैन मोहन चितारा, शांति स्वरूप जोशी, हरीश ओझा, अब्दुल वहीद, राज खान व मांगू गिरी वहां पहुंचे। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। इस दौरान पत्थर की पियां भी नीचे गिर गई, लेकिन गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ। संकरी गलियों के कारण दमकलों को घटनास्थल तक पहुंचने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बाद में आगजनी स्थल तक जाने में भी दिक्कतें हुई। इससे आग पर काबू पाने में देरी हुई।
जोधपुर। भीतरी शहर में राखी हाउस के पास स्थित निमाज की हवेली स्थित चूडियों के गोदाम में मंगलवार सुबह आग लग गई। तंग गलियों से काफी परेशानी के बाद घटनास्थल पहुंची, तीन दमकलों ने समय रहते आग पर काबू पाया, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। आग से पियां नीचे गिर गई और हवेली की दीवार में दरार भी आई। अग्निशमन सूत्रों के अनुसार हवेली में पीयूष्ा सालेचा की सालेचा प्लास्टिक नाम से चूडियों की फैक्ट्री व गोदाम है। गोदाम में सुबह करीब आठ बजे आग लग गई।
चूडियों के चपेट में आने से लपटें निकलने लगीं। सूचना पर नागौरी गेट से दो व शास्त्रीनगर से एक दमकल के साथ फायर मैन मोहन चितारा, शांति स्वरूप जोशी, हरीश ओझा, अब्दुल वहीद, राज खान व मांगू गिरी वहां पहुंचे। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। इस दौरान पत्थर की पियां भी नीचे गिर गई, लेकिन गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ। संकरी गलियों के कारण दमकलों को घटनास्थल तक पहुंचने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बाद में आगजनी स्थल तक जाने में भी दिक्कतें हुई। इससे आग पर काबू पाने में देरी हुई।
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