साध्वी विनित प्रज्ञा का देवलोकगमन
मध्यप्रदेश में हुई दुर्घटना, मूलतघ् भीनमाल की रहने वाली थी साध्वी, श्रद्धालुओं में शोक की लहर
भीनमाल
जैन साध्वी विनित प्रज्ञा (४५) का शनिवार सवेरे ८ बजे मध्यप्रदेश राज्य के तहत झाबुआ व राजगढ़ के बीच मछलियांधार गांव के समीप टैंकर की चपेट में आने से देवलोकगमन हो गया। घटना की सूचना पर जैन समाज में शोक की लहर छा गई। मूलतघ् भीनमाल निवासी जैन साध्वी विनित प्रज्ञा ने सोमवार अल सुबह राजगढ़ के समीप थांदला गांव में चातुर्मास के लिए दो अन्य साध्वियों के साथ विहार किया था। राजगढ़ से पहले मछलियांधार गांव के पास टैंकर की चपेट में आने से जैन साध्वी विनित प्रज्ञा की मौके पर ही मौत हो गई। जिनका रविवार दोपहर साढ़े बारह बजे जैन तीर्थ मोहन खेड़ा (मध्यप्रदेश) में अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके जन्म का नाम मंजू था, जबकि पिता का नाम खीमचंद व माता का नाम सुबटीदेवी है। साध्वी विनित प्रज्ञा ने करीब २० वर्ष पूर्व जैन साध्वी संघवण श्रीजी के सान्निध्य में दीक्षा ग्रहण की थी। घटना की सूचना पर भीनमाल, मुंबई और बैंगलोर सहित देश भर से बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग घटनास्थल के लिए रवाना हुए।
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