जोधपुर. असारानाडा स्टेशन से कुछ ही दूरी पर मंडोर एक्सप्रेस के इंजन में आग लगी। ट्रेन के पायलट ने इसे स्टेशन के निकट पहुंचने तक पूरी तरह से रोक दिया। अचानक ट्रेन रुकी और इसमें सवार यात्रियों ने धुएं की गंध महसूस की।
जिज्ञासावश वे बाहर झांकने लगे तो उन्हें इंजिन में आग लगती दिखी। इसके बारे में जानकारी मिलने पर यात्रियों में दहशत फैल गई। अधिकांश डिब्बों में बैठे यात्री एक-एक कर नीचे उतरे और डिब्बे में बैठे अन्य यात्रियों को घटना के बारे में बताते रहे। आग लगने के बारे में सुनकर महिलाएं व बच्चे भयभीत हो गए।
सूनसान इलाके में ट्रेन के रुकने के चलते इसमें सवार महिलाएं व बच्चे तो अंधेरा देखकर ही कोच से नीचे नहीं उतरे और डिब्बे में बैठकर ही ट्रेन रवाना होने का दो घंटे तक इंतजार करते रहे। उधर, इंजिन में आग लगने की जानकारी क्षेत्र के ग्रामीणों को मिली तो वे भी स्टेशन पहुंच गए। जोधपुर से दमकलें भी रवाना कर दी गई, लेकिन वे मौके तक नहीं पहुंच पाईं। वहीं, रेलवे के अधिकारियों की मौजूदगी में इंजिन को अलग करने और जल्द से जल्द ट्रेन को रवाना करने की कवायद भी चलती रही।
जिज्ञासावश वे बाहर झांकने लगे तो उन्हें इंजिन में आग लगती दिखी। इसके बारे में जानकारी मिलने पर यात्रियों में दहशत फैल गई। अधिकांश डिब्बों में बैठे यात्री एक-एक कर नीचे उतरे और डिब्बे में बैठे अन्य यात्रियों को घटना के बारे में बताते रहे। आग लगने के बारे में सुनकर महिलाएं व बच्चे भयभीत हो गए।
सूनसान इलाके में ट्रेन के रुकने के चलते इसमें सवार महिलाएं व बच्चे तो अंधेरा देखकर ही कोच से नीचे नहीं उतरे और डिब्बे में बैठकर ही ट्रेन रवाना होने का दो घंटे तक इंतजार करते रहे। उधर, इंजिन में आग लगने की जानकारी क्षेत्र के ग्रामीणों को मिली तो वे भी स्टेशन पहुंच गए। जोधपुर से दमकलें भी रवाना कर दी गई, लेकिन वे मौके तक नहीं पहुंच पाईं। वहीं, रेलवे के अधिकारियों की मौजूदगी में इंजिन को अलग करने और जल्द से जल्द ट्रेन को रवाना करने की कवायद भी चलती रही।
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