जालोर आज के समाचार ........
खुदाई के दौरान ब्लास्ट करने से तीन घायल
आहोर निकटवर्ती कंवला गांव में सोमवार की शाम को एक घर के बाहर गटर खुदाई के दौरान पत्थर हटाने के लिए ब्लास्ट करने से दो महिलाओं सहित एक बालिका घायल हो गई।
थानाधिकारी नारायणलाल विश्नोई ने बताया कि कंवला गांव निवासी सायरी पत्नी खीमाराम लौहार ने रिपोर्ट देकर बताया कि उसके पड़ौस में जोरसिंह पुत्र रूपसिंह राजपूत के घर के बाहर गटर खुदाई का कार्य चल रहा था। पांच-छह फीट की खुदाई करने के बाद जमीन में पत्थर आ जाने से पत्थर को हटाने के लिए इन लोगों ने ब्लास्ट किया। जिससे छोटे छोटे पत्थर उछल कर घर के आंगन में सो रही सायरी देवी, ममता पत्नी भंवरलाल और कोमल पुत्री भंवरलाल के लगे। जिससे तीनों घायल हो गई। घटना के बाद तीनों को १०८ एम्बुलेंस से आहोर अस्पताल में भर्ती करवाया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना की सूचना पर एसडीएम लोकेश मीणा व तहसीलदार हनुमानाराम चौधरी मौके पर गए और जोरसिंह द्वारा गटर खुदाई के दौरान लापरवाही बरतने पर पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए।
बालिका भू्रण हत्या सबसे बड़ा पाप : राजस्थानी
देसूरी/नारलाई
महामंडलेश्वर मदन राजस्थानी ने कहा कि बालिका भू्रण हत्या के महापाप का मायाजाल क्यों पसर रहा है। आज बदले परिदृश्य के बावजूद समाज अजन्मी बेटियों को मारने पर तुला है। इन शर्मनाक घटनाओं से एक अनुत्तरित प्रश्न जहन में कौंधता है कि इन अबोध बच्चियों ने इस दुनिया में कदम रखते ही ऐसा क्या गुनाह कर दिया,जो मां-बाप के लिए बोझ बन जाती है। यदि उनकी जगह बच्चा पैदा होता तो क्या उसके साथ ऐसा ही सलूक किया जाता। यह उद्गार दाती ने सोमवार की रात में नारलाई कस्बे में आयोजित बेटी बचाओ अभियान व सिलाई प्रशिक्षण केंद्र के उद्घाटन समारोह में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि सृष्टि को बचाना है तो बेटियों का बचाना बहुत जरूरी है। मां नहीं होती तो यह दुनिया कौन दिखाता व कोख से पैदा होने वाला बच्चा व बच्ची मां को ही पहचानता है। इसलिए ग्रामीणों का दायित्व बनता है कि वह कन्या भू्रण हत्या जैसे महापाप से बचे उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि वह कन्या भ्रूण हत्या का विरोध करें, जिससे बेटी को बचाया जा सके। उन्होंने समारोह में उपस्थित महिलाओं को कन्या भू्रण हत्या नहीं करने का संकल्प दिया। इस दौरान जिला प्रमुख खुशवीरसिंह ने बेटी बचाओ अभियान की तारीफ की। इस दौरान दाती ने समारोह में दस-दस किलो गेहूं गरीब कार्ड के तहत और दो हाथ थैले गरीब महिलाओं को वितरण किए।
नारलाई में सिलाई प्रशिक्षण का शुभारंभ
नारलाई कस्बे में महिला सशक्तीकरण को लेकर सोमवार की रात में ग्राम पंचायत में दाती ने सिलाई प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ किया गया। प्रशिक्षण केंद्र में महिलाओं को सिलाई का हुनर प्रशिक्षण में सिखाया जाएगा। प्रशिक्षण तीन महीने तक चलेगा। प्रशिक्षण के बाद महिलाओं को ये सिलाई मशीनें दी जाएगी।
समारोह में यह थे उपस्थित
नारलाई कस्बे में आयोजित बेटी बचाओ अभियान व सिलाई प्रशिक्षण केंद्र के उद्घाटन समारोह में आलावास गुरुकुल आश्रम निदेशिका मां श्रद्धा, लाल महाराज देसूरी, देसूरी प्रधान बुद्धकंवर चौहान, जिला परिषद सदस्य प्रमोदपालसिंह मेघवाल, देसूरी नायब तहसीलदार जी.आर.बैरवा, देसूरी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.राजेश राठौड़, नारलाई सरपंच कंकुड़ी देवी, उपसरपंच प्रमोद पुरी गोस्वामी, पंचायत समिति सदस्य ममता हीरागर, कांग्रेस नेता हितेश सिरोया आदि मौजूद थे।
आहोर निकटवर्ती कंवला गांव में सोमवार की शाम को एक घर के बाहर गटर खुदाई के दौरान पत्थर हटाने के लिए ब्लास्ट करने से दो महिलाओं सहित एक बालिका घायल हो गई।
थानाधिकारी नारायणलाल विश्नोई ने बताया कि कंवला गांव निवासी सायरी पत्नी खीमाराम लौहार ने रिपोर्ट देकर बताया कि उसके पड़ौस में जोरसिंह पुत्र रूपसिंह राजपूत के घर के बाहर गटर खुदाई का कार्य चल रहा था। पांच-छह फीट की खुदाई करने के बाद जमीन में पत्थर आ जाने से पत्थर को हटाने के लिए इन लोगों ने ब्लास्ट किया। जिससे छोटे छोटे पत्थर उछल कर घर के आंगन में सो रही सायरी देवी, ममता पत्नी भंवरलाल और कोमल पुत्री भंवरलाल के लगे। जिससे तीनों घायल हो गई। घटना के बाद तीनों को १०८ एम्बुलेंस से आहोर अस्पताल में भर्ती करवाया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना की सूचना पर एसडीएम लोकेश मीणा व तहसीलदार हनुमानाराम चौधरी मौके पर गए और जोरसिंह द्वारा गटर खुदाई के दौरान लापरवाही बरतने पर पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए।
बालिका भू्रण हत्या सबसे बड़ा पाप : राजस्थानी
देसूरी/नारलाई
महामंडलेश्वर मदन राजस्थानी ने कहा कि बालिका भू्रण हत्या के महापाप का मायाजाल क्यों पसर रहा है। आज बदले परिदृश्य के बावजूद समाज अजन्मी बेटियों को मारने पर तुला है। इन शर्मनाक घटनाओं से एक अनुत्तरित प्रश्न जहन में कौंधता है कि इन अबोध बच्चियों ने इस दुनिया में कदम रखते ही ऐसा क्या गुनाह कर दिया,जो मां-बाप के लिए बोझ बन जाती है। यदि उनकी जगह बच्चा पैदा होता तो क्या उसके साथ ऐसा ही सलूक किया जाता। यह उद्गार दाती ने सोमवार की रात में नारलाई कस्बे में आयोजित बेटी बचाओ अभियान व सिलाई प्रशिक्षण केंद्र के उद्घाटन समारोह में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि सृष्टि को बचाना है तो बेटियों का बचाना बहुत जरूरी है। मां नहीं होती तो यह दुनिया कौन दिखाता व कोख से पैदा होने वाला बच्चा व बच्ची मां को ही पहचानता है। इसलिए ग्रामीणों का दायित्व बनता है कि वह कन्या भू्रण हत्या जैसे महापाप से बचे उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि वह कन्या भ्रूण हत्या का विरोध करें, जिससे बेटी को बचाया जा सके। उन्होंने समारोह में उपस्थित महिलाओं को कन्या भू्रण हत्या नहीं करने का संकल्प दिया। इस दौरान जिला प्रमुख खुशवीरसिंह ने बेटी बचाओ अभियान की तारीफ की। इस दौरान दाती ने समारोह में दस-दस किलो गेहूं गरीब कार्ड के तहत और दो हाथ थैले गरीब महिलाओं को वितरण किए।
नारलाई में सिलाई प्रशिक्षण का शुभारंभ
नारलाई कस्बे में महिला सशक्तीकरण को लेकर सोमवार की रात में ग्राम पंचायत में दाती ने सिलाई प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ किया गया। प्रशिक्षण केंद्र में महिलाओं को सिलाई का हुनर प्रशिक्षण में सिखाया जाएगा। प्रशिक्षण तीन महीने तक चलेगा। प्रशिक्षण के बाद महिलाओं को ये सिलाई मशीनें दी जाएगी।
समारोह में यह थे उपस्थित
नारलाई कस्बे में आयोजित बेटी बचाओ अभियान व सिलाई प्रशिक्षण केंद्र के उद्घाटन समारोह में आलावास गुरुकुल आश्रम निदेशिका मां श्रद्धा, लाल महाराज देसूरी, देसूरी प्रधान बुद्धकंवर चौहान, जिला परिषद सदस्य प्रमोदपालसिंह मेघवाल, देसूरी नायब तहसीलदार जी.आर.बैरवा, देसूरी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.राजेश राठौड़, नारलाई सरपंच कंकुड़ी देवी, उपसरपंच प्रमोद पुरी गोस्वामी, पंचायत समिति सदस्य ममता हीरागर, कांग्रेस नेता हितेश सिरोया आदि मौजूद थे।
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