जेल में केदियो को पिने का पानी नसीब नहीं .पन्द्र दिन से नहाए नहीं
बाड़मेरपकिस्तान की सीमा से सटे बाड़मेर जिले के मुख्यालय पर स्थित एक मात्र जेल में कड़ीयो के बुरे हल हें .इस जेल में पिछले एक माह से कड़ीयो को पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा ,कैदी पिछले पंद्रह दिनों से बिना नहाए बेठे हें .बाड़मेर में इस वक़्त भीषण गर्मी का दौर चल रहा हें .तापमान के साथ साथ उमस ने आम आदमी को प्रेषण कर दिया .एक और जहां घरो में इस गर्मी के आगे एयर कन्दीसर,कूलर पंखे सब फेल हो रहे हें वहीं पानी की एक एक बूँद के लिए भारी मस्कत करनी पद रही हें .ऐसे में एकमात्र जेल में सजा कट रहे केदियो के हालत खुद ब खुद बयान हो जाते हें .पेयजल की किल्लत से जेल और केडी अछोते नहीं हें ,जेल प्रशासन ने जिला प्रशासन को पेयजल की समस्या से अवगत भी कराया मगर कोई सुधार या व्यवस्था नहीं हो पाई ,अब कड़ीयो ने जिला प्रशासन से मांग की हें की जेल में पीने के पानी का इंतजाम नहीं हुआ तो कोई भी अनहोनी हो सकती हें ,बकौल जेलरपानी की सप्लाई महीने में तीन चार बार हो रही है हमने इसको लेकर कई बार कलेक्टर से लेकर जलदाय विभाग के अधिकारियो को भी बता दिया लेकिन कोई भी नहीं सु न रहा हैजेल में पानी के यह हाल है कि न तो केदियो के पीने लिए है और न ही नहाने और कपडे धोने के लिए . रेगिस्तान के सरकारी विभागों में भी पानी की भयंकर की किल्लत पैदा हो गई है बाड़मेर की सबसे बड़ी जेल में पानी की एक एक बूंद के लिए कड़ीयो को तरसना पड़ रहा है बाड़मेर जेल के अधिकारी गदूराम मीणा के अनुसार जेल में पानी की भयंकर किल्लत है पानी की सप्लाई महीने में तीन चार बार हो रही है हमने इसको लेकर कई बार कलेक्टर से लेकर जलदाय विभाग के अधिकारियो को भी बता दिया लेकिन कोई भी नहीं सुन रहा है जेल में पानी के यह हाल है कि न तो केदियो के पीने लिए है और न ही नाहने और कपडे धोने के लिए
वही प्रशासन का कहना हे कि पानी अब बहूत भयंकर समस्या है यह बात एक दम सही है प्रशाशन का पूरा अमला पानी के प्रबन्धन में लगा हुआ लेकिन हकीकत यह है कि रेगिस्तान में पानी को लेकर हर जगह त्राहि त्राहि मची हुई है चाहे वह गाव हो ढाणी हो सेना या फिर सरकारी विभाग हो........ रेगिस्तान में पानी को लेकर हालात दिन ब दिन बिगड़ते जा रहा है
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बाड़मेरपकिस्तान की सीमा से सटे बाड़मेर जिले के मुख्यालय पर स्थित एक मात्र जेल में कड़ीयो के बुरे हल हें .इस जेल में पिछले एक माह से कड़ीयो को पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा ,कैदी पिछले पंद्रह दिनों से बिना नहाए बेठे हें .बाड़मेर में इस वक़्त भीषण गर्मी का दौर चल रहा हें .तापमान के साथ साथ उमस ने आम आदमी को प्रेषण कर दिया .एक और जहां घरो में इस गर्मी के आगे एयर कन्दीसर,कूलर पंखे सब फेल हो रहे हें वहीं पानी की एक एक बूँद के लिए भारी मस्कत करनी पद रही हें .ऐसे में एकमात्र जेल में सजा कट रहे केदियो के हालत खुद ब खुद बयान हो जाते हें .पेयजल की किल्लत से जेल और केडी अछोते नहीं हें ,जेल प्रशासन ने जिला प्रशासन को पेयजल की समस्या से अवगत भी कराया मगर कोई सुधार या व्यवस्था नहीं हो पाई ,अब कड़ीयो ने जिला प्रशासन से मांग की हें की जेल में पीने के पानी का इंतजाम नहीं हुआ तो कोई भी अनहोनी हो सकती हें ,बकौल जेलरपानी की सप्लाई महीने में तीन चार बार हो रही है हमने इसको लेकर कई बार कलेक्टर से लेकर जलदाय विभाग के अधिकारियो को भी बता दिया लेकिन कोई भी नहीं सु न रहा हैजेल में पानी के यह हाल है कि न तो केदियो के पीने लिए है और न ही नहाने और कपडे धोने के लिए . रेगिस्तान के सरकारी विभागों में भी पानी की भयंकर की किल्लत पैदा हो गई है बाड़मेर की सबसे बड़ी जेल में पानी की एक एक बूंद के लिए कड़ीयो को तरसना पड़ रहा है बाड़मेर जेल के अधिकारी गदूराम मीणा के अनुसार जेल में पानी की भयंकर किल्लत है पानी की सप्लाई महीने में तीन चार बार हो रही है हमने इसको लेकर कई बार कलेक्टर से लेकर जलदाय विभाग के अधिकारियो को भी बता दिया लेकिन कोई भी नहीं सुन रहा है जेल में पानी के यह हाल है कि न तो केदियो के पीने लिए है और न ही नाहने और कपडे धोने के लिए
वही प्रशासन का कहना हे कि पानी अब बहूत भयंकर समस्या है यह बात एक दम सही है प्रशाशन का पूरा अमला पानी के प्रबन्धन में लगा हुआ लेकिन हकीकत यह है कि रेगिस्तान में पानी को लेकर हर जगह त्राहि त्राहि मची हुई है चाहे वह गाव हो ढाणी हो सेना या फिर सरकारी विभाग हो........ रेगिस्तान में पानी को लेकर हालात दिन ब दिन बिगड़ते जा रहा है
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