थार की धार ....आज की खबरे ..बाड़मेर से |
बाड़मेर ग्राम पंचायत बिशाला के समीप स्थित प्रजापतों की ढाणी में सोमवार दोपहर अचानक आग लग गई। जिससे खेत में बनाई गई कराइयां राख हो गईं। चार दमकलों व सात टैंकरों की मदद से करीब साढ़े तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। हालांकि घटना में कोई चपेट में तो नहीं आया लेकिन करीब तीन लाख रुपए की कीमत का अनाज व चारा जलकर नष्ट हो गया।जानकारी के अनुसार दोपहर दो बजे सांगाराम पुत्र चैनाराम प्रजापत के खेत में अचानक आग लग गई। जब आस-पास के लोगों ने अनाज व चारे से भरी कराइयों में से धुंआ उठता हुआ देखा तो इसकी सूचना फायरब्रिगेड को दी और आग बुझाने के प्रयास शुरू किए। वहीं नागरिक सुरक्षा विभाग, नगर परिषद, भाडखा केयर्न व राजवेस्ट प्लांट भादरेश से अग्निशमन वाहन मौके पर पहुंचे और आग बुझाना शुरू किया। करीब 4:30 बजे सात अन्य पानी की टैंकरों व दमकलों ने की सहायता से आग पर काबू पाया जा सका।
तीन लाख का नुकसान: आग से कराइयों में रखे 50 क्विंटल बाजरा व 400 क्विंटल चारा राख हो गया। मौका पटवारी रिपोर्ट की रिपोर्ट के अनुसार करीब तीन लाख रुपए का नुकसान हुआ है। आग बुझाने वालों में फायरमैन ओमप्रकाश गोसाईं, सुखदेव खड़ीन, भानाराम सारण, चालक मेवसिंह गोयल, जेसीबी चालक बालसिंह सहित अन्य दमकलकर्मी शामिल थे।
गुजरात रोडवेज बस से अवैध शराब व बीयर बरामद
धोरीमन्ना थानांतर्गत गुजरात रोडवेज की बस से अवैध अंग्रेजी शराब व बीयर बरामद की गई। पुलिस ने आरोपी बस चालक व कंडक्टर को गिरफ्तार करने के साथ ही बस सीज कर दी। मुखबिर की सूचना पर थानाधिकारी लूणसिंह भाटी के नेतृत्व में पुलिस दल ने नाकाबंदी करवाई। इस दौरान बाड़मेर से गुजरात जा रही गुजरात रोडवेज की बस को रुकवा दिया। बस की तलाशी लेने पर केबिन के पास 12 बोतल अवैध अंग्रेजी शराब व 36 बोतल बीयर जप्त की गई। यह शराब व बीयर हरियाणा निर्मित है। इस दौरान बस चालक पूंजा भाई पुत्र समत भाई मारवाड़ा निवासी जुटा भुज व कंडक्टर कानजी भाई पुत्र नारायण भाई निवासी माडवी भुज को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने आबकारी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।
बाड़मेर सिवाड़ा में हुए भीषण हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों को अब तक कोई सरकारी सहायता नहीं मिले । 72 घंटे बाद भी इन परिवारों में से किसी को भी अभी तक सरकार की ओर से न तो कोई विशेष सहायता की घोषणा की गई है और न ही नियमानुसार मिलने वाली साधारण सहायता दी गई है। जालोर दुखांतिका में 19 लोग काल कवलित हो गए। जिसमें नौ लोग बाड़मेर जिले के शामिल हैं। साथ ही कुल 42 जने घायल हो गए थे। हादसे के बाद राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी व सांसद हरीश चौधरी समेत कई जनप्रतिनिधियों ने मृतकों के घर जाकर परिजनों को सांत्वना दी। लेकिन मृतकों को सरकारी स्तर पर मिलने वाली सहायता राशि की अभी तक घोषणा नहीं की गई है। ऐसे में परिजनों को दुख की घड़ी में न तो सरकारी स्तर पर सहायता मिली है ओर न ही प्रशासनिक स्तर पर है।
राज्य सरकार के नियमानुसार किसी हादसे में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को पांच हजार रुपए, साधारण घायल को एक हजार से चार हजार रुपए और मृतक के परिजनों को 20 हजार रुपए मिलते हैं।
यह सहायता प्रशासनिक स्तर पर ही जारी कर दी जाती है। अधिकांश मामलों में यह सहायता हाथोंहाथ दे दी जाती है ताकि घायल बेहतर इलाज करवा सकें और मृतकों के परिजनों को कोई समस्या न आए, लेकिन इस हादसे में अब तक यह मदद भी जारी नहीं की गई है।
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