मंगलवार, 19 जून 2012

राजस्थान बाड़मेर में लगेगी रिफायनरी


सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम राजस्थान में ऑयल रिफायनरी लगाने की तैयारी कर रही है। कंपनी ओएनजीसी के साथ मिलकर बाड़मेर में 90 लाख टन क्षमता की इकाई लगाएगी। बाड़मेर में तेल के बड़े भंडार खोजे जा चुके हैं। रिफायनरी लगने से जहां राजस्थान के राजस्व में बढ़ोतरी होगी, वहीं यहां के लोगों को रोजगार भी मिलेगा। एचपीसीएल के पास फिलहाल मुंबई और आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम में रिफायनरी हैं। पंजाब के भठिंडा की रिफायनरी में भी उसकी हिस्सेदारी है। इस प्रोजेक्ट से जुड़े सूत्रों ने बताया कि केयर्न के बाड़मेर तेल क्षेत्र में 30 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाली ओएनजीसी ने 2005 में वहां एक रिफायनरी लगाने की घोषणा की थी, लेकिन बाद में उस प्रोजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया। सूत्रों के मुताबिक अब एचपीसीएल ने इस प्रोजेक्ट में 51 फीसदी की हिस्सेदारी के साथ जुड़ने की इच्छा जताई है। ओएनजीसी इस प्रोजेक्ट में 26 फीसदी हिस्सेदारी रखेगी। बाड़मेर ऑयल फील्ड में 70 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाली केयर्न इंडिया फिलहाल यहां 1.75 लाख बैरल प्रतिदिन उत्पादन करती है। यहां उत्पादन को तीन लाख बैरल प्रतिदिन तक ले जाने की क्षमता है। सूत्रों का कहना है कि एचपीसीएल-ओएनजीसी रिफायनरी के लिए करीब 926 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण का काम राजस्थान सरकार ने शुरू कर दिया है। हिंदुस्तान पेट्रोलियम लि. का कहना है कि राज्य सरकार इसके अलावा उसे समुचित मात्रा में ब्याजमुक्त ऋण उपलब्ध करवाए, जिसका भुगतान कम से कम 15 वर्ष बाद आरम्भ किया जाय। रिफायनरी प्रोजेक्ट के लिए बनी बीसी त्रिपाठी कमेटी की रिपोर्ट को राज्य सरकार के स्वीकार करने के बाद इसके लिए ओएनजीसी और इंजीनियर्स इंडिया लि. ने भी इक्विटी हिस्सेदारी लेने का मानस बनाया है। इधर वेदांता ग्रुप ने भी इसमें दिलचस्पी दिखाना शुरू कर दी है। उल्लेखनीय है कि वेदांता ग्रुप ने हाल ही में केयर्न इंडिया का अधिग्रहण कर लिया था, जिसकी बाड़मेर के मंगला क्षेत्र से कच्चा तेल निकालने के बारे में ओएनजीसी के साथ भागीदारी थी।

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