राम कुंड मंदिर - जैसलमेर
राम कुंड मंदिर में भगवान राम के अतिरिक्त गणेश, महिषासुर और भैरों की प्रतिमाएं भी हैजैसलमेर से लगभग 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित रामकुंड मंदिर यहां के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। काक नदी के तट पर स्थित यह मंदिर रामगढ़ मार्ग पर स्थित है। यह मंदिर भगवान राम को समर्पित्ा है। प्रत्येक वर्ष काफी संख्या में श्रद्धालु यहां पर भगवान राम के दर्शन के लिए विशेष रूप से आते हैं।
निर्माण
राम कुंड मंदिर का निर्माण महरावल अमर सिंह की पत्नी मनसुखी देवी ने करवाया था। इस मंदिर का निर्माण सन् 1659-1701 ई. में करवाया गया था। अमर सिंह के समय एक संत यहां पर रहते थे। जिनका नाम अनंत राम था और वह महरावल के गुरू थे।
प्रतिमा
मंदिर की दीवारों पर कई लेख लिखे हुए है। इसके अलावा, मंदिर की बाहरी दीवारों पर गोवर्धन स्तम्भ स्थित है। इन स्तम्भों को अठाहरवीं शताब्दी में मंदिर के परिसर में जोड़ा गया था। राम कुंड मंदिर में भगवान राम के अतिरिक्त गणेश, महिषासुर और भैरों की प्रतिमाएं भी है। मंदिर में सन् 1988 ई. में भगवान राम और लक्ष्मण की नई मूर्तियां स्थापित की गई थी।
निर्माण
राम कुंड मंदिर का निर्माण महरावल अमर सिंह की पत्नी मनसुखी देवी ने करवाया था। इस मंदिर का निर्माण सन् 1659-1701 ई. में करवाया गया था। अमर सिंह के समय एक संत यहां पर रहते थे। जिनका नाम अनंत राम था और वह महरावल के गुरू थे।
प्रतिमा
मंदिर की दीवारों पर कई लेख लिखे हुए है। इसके अलावा, मंदिर की बाहरी दीवारों पर गोवर्धन स्तम्भ स्थित है। इन स्तम्भों को अठाहरवीं शताब्दी में मंदिर के परिसर में जोड़ा गया था। राम कुंड मंदिर में भगवान राम के अतिरिक्त गणेश, महिषासुर और भैरों की प्रतिमाएं भी है। मंदिर में सन् 1988 ई. में भगवान राम और लक्ष्मण की नई मूर्तियां स्थापित की गई थी।
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