सात समन्दर पार से अर्जुनिंसंह कर रहे हैं मातृभूमि का कीर्तिगान
जैसलमेर, भारत का अर्जुन अमेरिका की धरती से पूरी दुनिया में हिन्दुस्थान के गौरवगान में जुटा हुआ है। उसका एक ही लक्ष्य है मातृभूमि की सेवा। भारतभूमि की सेवा का जज्बा दिल में संजोए भारत की पश्चिमी सरहद के जैसलमेर जिले के शिक्षक अर्जुनिंसंह ने कमाल कर दिखाया है। भारतीय संस्कृति, परिवेश और परम्पराओं सहित भारत भर के बारे में जानने की उत्सुकता पूरी दुनिया के लोगों को रही है। दुनिया के विभिन्न देशों के लोगों की इन्हीं जिज्ञासाओं को शांत करने का जो प्रयास अर्जुनसिंह ने शुरू किया था, आज वह व्यापक हो चला है और आधी से अधिक दुनिया में उनकी आवाज का जादू पसरा हुआ है। जैसाण का यह मेधावी शिक्षक अर्जुनसिंह आज अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हस्ती हैं जिनकी आवाज सुनने को लोग बेताब रहते हैं। इस समय अर्जुनसिंह अमेरिका में हैं जहां वे अपने विश्वप्रसिद्ध रेडियो शो ‘‘अराउण्ड द वल्र्ड विद अर्जुनसिंह’’ के 170 रेडियो शो में जुटे हुए हैं। पन्द्रह मिनट की वार्ता ने किया जगविख्यात उल्लेखनीय है कि 15 मार्च 2009 को 15 मिनट की एक वार्ता से प्रभावित जैसलमेर मूल के निवासी अर्जुन सिंह का रेडियो प्रसारित शो अमेरिकन नेशनल पब्लिक रेडियो रोबिन हुड, कनेटीकट न्यूयार्क द्वारा प्रसारित कार्यक्रम अन्तर्गत अमेरीकन रेडियो की रेंकिंग में सर्वोच्च ऊँचाई पर पहुँच चुका है। यूएस रेडियो का सर्वाधिक लोकप्रिय है अर्जुनसिंह का कार्यक्रम कार्यक्रम की सफलता के दृष्टिगत इस कार्यक्रम को यू.एस. रेडियो ने अपना सर्वाधिक लोकप्रिय कार्यक्रम घोषित किया है। अपने नियमित प्रसारण रिकार्डिंग कार्यक्रम की श्रृंखला में अमेरिकन रेडियो द्वारा अर्जुन सिंह को पुनः अमेरिका आने का निमंत्रण दिया तथा अपना 170वां अमेरिका मे ही रिकार्ड करवाने के साथ साथ रेडियो कार्यक्रम तथा ‘अराउण्ड द वल्र्ड विद अर्जुन सिंह’ के नियमित श्रोताओं से रूबरू होने का कार्यक्रम निर्धारित किया। ग्यारह जून तक भाटी अमेरिका में रहेंगे रोबिन हुड रेडियो के प्रस्ताव अनुसार अर्जुनसिंह 24 मई से ही अमेरिका में हैं तथा 11 जून तक अमेरिका में रहते हुए अपने साप्ताहिक प्रसारणों की रिकार्डिंग अन्तर्गत अपने 168, 169 व 170 वें शो की रिकार्डिग करेंगे। इसके साथ ही रेडियो द्वारा प्रस्तावित सीधा संवाद कार्यक्रम में अपने प्रशंसकों से रूबरू होकर अपने कार्यक्रम की मौलिकता की जानकारी देंगे। इस दौरान रोबिन हुड रेडियो द्वारा अमेरिका के शैरान तथा न्यूयार्क में टॉक शॉ का आयोजन किया भी किया गया है। दुनिया के तीन दर्जन देशों में सुना जाता है रोबिन हुड रेडियो द्वारा प्रसारित कार्यक्रम अमेरिका सहित विश्व के 34 देशों में सुने जाते हैं। इस रेडियो पर मनोरंजन, शिक्षा, संस्कृति आदि से संबंधित कार्यक्रम प्रमुखता से प्रसारित होते हैं। रेडियो प्रमुख मार्शल माईल्स व प्रमुख उद्घोषक जिल गुडमेन द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रेणी में एक कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई। इस कार्यक्रम का उद्देश्य अमेरिका सहित विश्व के अन्य देशाें के श्रोताओं को भारतवर्ष की संस्कृति, परम्पराओं व रीति-रिवाजों आदि से परिचय करवाना है। अमेरिकन रेडियो की खोज जैसलमेर में हुई पूरी चूंकि भारत वर्ष विविधताओं से भरा देश है। अतः किसी एक वक्ता द्वारा सम्पूर्ण भारत की संस्कृति परम्पराओं व रीति-रिवाजों का वर्णन असंभव था फिर भी रेडियो को तलाश एक ऎसे वक्ता की थी जो भारत के किसी स्थानीय जिले व प्रान्त के बारे में अच्छी जानकारी रखता हो। इसके अलावा रेडियो यू.एस. को ऎसे वक्ता से कार्यक्रम प्रसारित करवाना था जो कि स्थानीय संस्कृति रीति-रिवाजाें आदि की जानकारी अंग्रेजी भाषा में धारदार ढंग से प्रस्तुत कर सके। अमेरीकन रेडियो की यह खोज इन्हें पेशे से अध्यापक अर्जुनसिंह तक ले आयी। जैसलमेर जिले के अर्जुनसिंह भाटी अंग्रेजी साहित्य में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त हैं एवं अंग्रेजी भाषा में लेखन में गहरी रुचि रखते हैं। एक मार्मिक कहानी ने दिया वैश्विक धरातल इनके द्वारा लिखित कहानी ‘माय विडो आंट’ हांगकांग की एक प्रतिष्ठित पत्रिका में प्रमुखता से प्रकाशित की गई। अपनी प्रथम रचना के माध्यम से इसमें भारतीय समाज में वैधव्य जीवन का मार्मिक प्रस्तुतीकरण किया गया है इसमें बताया गया है कि भारतीय समाज में व्याप्त अशिक्षा सामाजिक मूल्याें का किस स्थिति तक अवमूल्यन करती है वहीं शिक्षा के द्वारा वैधव्य का दंश झेल रही महिलाओं के आत्म सम्मान की रक्षा एवं उन्हें अवलम्ब प्रदान किया जा सकता है। इसी मार्मिक कहानी को यू.एस. लेखिका सुजन सिडल द्वारा काफी सराहा गया। साथ ही भाटी का नाम यू.एस. रेडियो को भी प्रस्तावित किया गया। रेडियो प्रमुख मार्शल माईन्स अर्जुनसिंह से की गयी प्रथम वार्ता से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने इस कार्यक्रम को साप्ताहिक लाईव प्रसारित करने की घोषणा की एवं स्वयं माईल्स भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। हर मंगलवार की सांझ होती है ज्ञान का खजाना भाटी द्वारा प्रसारित यह कार्यक्रम विगत दो वर्षो से प्रत्येक मंगलवार भारतीय समयानुसार सांय 6ः45 पर प्रसारित किया जाता है। इस का नाम पहले दिन से ही ‘अराउण्ड द वल्र्ड विद अर्जुन सिंह’ चल रहा है। अपने एक माह के प्रथम यू.एस. प्रवास के दौरान भाटी ने यू.एस. रेडियो पर दर्जन भर से ज्यादा कार्यक्रम प्रस्तुत किए। भाटी यू.एस. के स्थानीय श्रोताओं से मिले जिन्हाेंने गर्मजोशी से भाटी का स्वागत किया एवं उनके कार्यक्रम की खूब प्रशंसा की। यू.एस. में स्थानीय मीडिया ने भी भाटी की यात्रा की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया। किसी भारतीय के पहले कार्यक्रम का रिकार्ड अर्जुनिंसंह भाटी द्वारा अंगे्रजी भाषा में प्रसारित लाईव रेडियो शो ‘अराउण्ड द वल्र्ड विद अर्जुन सिंह’ द्वारा अमेरीकन रेेडियो पर किसी भी भारतीय द्वारा प्रसारित किया जाना वाला यह पहला कार्यक्रम है जो अपनी निरंतरता बनाये हुए है तथा रेडियो के माध्यम से लाईव टॉक शॉ तक का मुकाम प्राप्त कर रहा है। जैसलमेर व भारत के लिए गर्व और गौरव यह कार्यक्रम अपने आप में राजस्थान व जैसलमेर के लिये अत्यंत ही गर्व व हर्ष का विषय है। इसके साथ ही मातृभूमि का गौरवगान करने वाले अर्जुनिंसंह भाटी भी अन्तर्राष्ट्रीय क्षितिज पर वह चर्चित व्यक्तित्व हो गए हैं जिन्हें अमेरीकन रेडियो द्वारा भारतीय संस्कृति तथा रीति-रिवाजों से अमेरीका व विश्व को परिचित करवाने के लिए मरुधरा जैसलमेर की सरजमीं से चयन कर अन्तर्राष्ट्रीय मंच प्रदान किया। दुनिया में मशहूर हैं अर्जुनसिंह भाटी आज अर्जुनिंसंह भाटी ने ऎसी हस्ती के रूप में पहचान कायम की है जो लगातार तीन वर्ष से गौरों की धरती से मातृभूमि भारतवर्ष के गौरवगान में जुटे हैं। देश सेवा का यह अनोखा जज्बा काबिले तारीफ है। यह अर्जुनसिंह के विलक्षण व्यक्तित्व की ही खासियत है कि उनकी आवाज का जादू दुनिया के लोगों को मोहित कर रहा है।
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