गुवहाटी. दो महिला पायलटों की सूझबूझ से सिल्चर हवाई अड्डे से गुवाहाटी के लिए उड़े एयर इंडिया विमान में सवार 48 यात्रियों की जान बच गई।
दरअसल, रविवार को एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (एटीसी) ने लैंडिग के समय पाया कि विमान का अगला पहिया गायब था। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के अधिकारियों ने कहा, 'लैडिंग से पहले जब विमान का निरीक्षण किया गया तो एटीसी ने पाया कि विमान के अगले दो पहिए में से एक गायब है। इसकी सूचना तुरंत पायलटों को दी गई और लोकप्रिय गोपीनाथ बारदोलोई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आपात स्थिति घोषित कर दी गई।'
इस विमान की पायलट उर्मिला यादव एवं याशु थीं। उन्होंने विमान का अत्यधिक ज्वलनशील ईंधन खत्म करने के लिए लैंडिग से पहले करीब दो घंटे तक हवाई अड्डे के इर्द गिर्द हवा में चक्कर काटे।
एक अधिकारी ने बताया, "ऐसी स्थिति में ईंधन खत्म करने से विमान हल्का हो जाता है। इससे भीषण दुर्घटना की गुंजाइश कम हो जाती है।"
एएआई के अधिकारी ने बताया कि खराबी के विषय में मालूम होने पर यात्रियों में खलबली मच गई। लेकिन विमान की लैडिग सुरक्षित ढंग से हो गई और यात्रियों एवं चालक दल के सदस्यों को सही सलामत निकाल लिया गया।
असम के मुख्यमंत्री तरुन गोगोई ने पायलटों को फोन कर उनके साहस की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी बयान के अनुसार उड़ान भरने के समय ही विमान का पहिया गिर गया था।
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