'दुर्ग की ऐतिहासिक घटनाओं का चित्रण लाइट एंड साउंड सिस्टम से किया जाए'
जैसलमेर स्वर्णनगरी का सैलानियों में आकर्षण बनाए रखने के लिए पूर्व विधायक गोवद्र्धन कल्ला ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर महत्वपूर्ण सुझाव दिए। कल्ला ने बताया कि किले की ऐतिहासिक घटनाओं को लाइट व साउंड के माध्यम से प्रदर्शन करना चाहिए। दुर्ग में पौराणिक जैसलू कुआं है जो कृष्ण-अर्जुन की कथा से जुड़ा है। दुर्ग में आज भी कड़क बिजली नाम की तोप है। ऐसी दूसरी तोप मात्र झांकी किले में है।
अखेप्रोल व सूरज प्रोल के मध्य का मैदान हर-हर महादेव चौक है यहां पर हजारों वीरों ने केसरिया बाना पहनकर दुर्ग से बाहर निकलकर शत्रुओं का सामना किया था। पुरानी जेल के पास झुंझार चौतड़ा है जिस पर कुछ अवशेष रखे हैं जिनका चित्रण करवाया जा सकता है। इसके पहले गड़सीसर में व्याप्त अव्यवस्थाओं को दूर किया जाना आवश्यक है। पटवा हवेली में पार्किंग के विस्तार की आवश्यकता है। शहर के संग्रहालय की दूरी अधिक होने से सैलानी वहां तक नहीं पहुंच पाते हैं इसलिए इसे दुर्ग या पटवों की हवेली के पास स्थानांतरित किया जाना चाहिए। पटवा हवेली, सालमसिंह हवेली तथा नथमल हवेली के क्षेत्र में सैलानी पैदल चलते हैं इसलिए इसे हेरिटेज जोन घोषित कर निर्माण पर विशेष पाबंदी लगनी चाहिए। सुदूर सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित घोटारु, किशनगढ़ के दुर्ग की मरम्मत करवाई जानी चाहिए।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें