मंगलवार, 1 मई 2012

नेता जुटे महिलाराज से मुक्ति पाने में अब कलेक्टर की बारी

नेता जुटे महिलाराज से मुक्ति पाने में अब कलेक्टर की बारी

बाड़मेर के नेता महिला राज से थे परेशान महिला एस पी को हटाया अब कलेक्टर की बारी बाड़मेर बाड़मेर जिले
को महिला शास्क्तिकर का मोडल बनाने का राज्य सरकार का सपना स्थानीय नेताओं ने धूमिल कर दिया ,नेता लोग एक महिला कलेक्टर से परेशान थे ऊपर से राज्य सरकार ने महिला एस पी को लगा दिया महिला पुलिस अधीक्षक लगते ही राज नेताओ में खलबली मच गयी जिले से एक मंत्री की त्योरिया जल्द जाध गयी वो तो कलेक्टर को हटाने के प्रयास में थे ऊपर से महिला पुलिस अधीक्षक को कैसे बर्दाश्त करते उन्होंने अपना विरोध जताया ,गत दिनों जिला परिषद् की मीटिंग में सभी राज नेताओं चाहे वो मंत्री हो या विधायक सभी ने अधिकारियो के भरष्ट आचरण पर जम कर भड़ास निकाली नेताओ ने यंहा तक कह दिया की मंत्री के आदेशो की जब पालना ही नहीं हो रही हे तो जनता को क्या जवाब दे साथ ही आम टूर पर मीटिंगों में राजनेता जिस तरह खुल कर बोलते हे महिला अधिकारियों की मोजुदगी में बोल नहीं पाते बी ऐ डी पी की बैठक में नेताओं की बुरी हालत थी .जो कहना चाहते थे कह नहीं पाए महिला अधिकारियों की उपस्थिति उनकी आँखों की किरकिरी बन गयी एक सप्ताह में ही पुलिस अधिकारी का तबादला करा दिया सूत्रों की माने तो अब महिला कलेक्टर बाड़मेर में थोड़े दिनों की मेहमान हे .पूर्व में गुडा मालानी की उप खंड अधिकारी का तबादला भी इसी कारण किया नेताओं के काम नहीं हो रहे थे महिला अधिकारी नेताओ के काम को रूटीन में लेती हे उनके काम को वजन नहीं दिया जाता इसी से खफा होकर स्थानीय सत्ताधारी नेता लामबंद हुए तथा बाड़मेर को महिलाराज से मुक्त कराने के प्रयासों में जुट गए जल्द उन्हें सफलता मिल गयी पहले गुडा एस डी एम विनीता सिंह फिर महिला पुलिस अधिकारी को हटाया महिला शास्क्तिकरण का दावा करने वाले नेता ही महिलाओं का विरोध कर रहे हें

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें