राजस्थान के बाड़मेर जिले में प्रस्तावित तेल रिफाइनरी की स्थापना को लेकर राजस्थान सरकार ने केन्द्र से जल्द से जल्द इसे हरी झंडी दिखाने के लिए दमखम लगा दिया है और सरकारी क्षेत्र की सबसे बड़ी तेल कंपनी ओएनजीसी ने रिफाइनरी के लिए एक नया फॉर्म्युला सुझाया है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले दिनों दिल्ली यात्रा के दौरान केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री एस जयपाल रेड्डी से मुलाकात कर प्रस्तावित तेल रिफाइनरी की स्थापना का फैसला शीघ्र लेने का अनुरोध किया ताकि राज्य में तेल और गैस के मिले अथाह भंडार का लाभ प्रदेशवासियों को मिल सके। उन्होंने कहा कि रिफाइनरी की स्थापना की मांग काफी समय से लंबित है।
बाड़मेर के सांसद हरीश चौधरी ने कहा, 'मुझे केन्द्र सरकार ने बताया है कि बाड़मेर में रिफाइनरी लगने की स्थिति में 69 फीसदी भागीदारी के साथ ओएनजीसी रिफाइनरी की सबसे बड़ी भागीदार होगी, लेकिन हाल ही में कंपनी ने केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय और राजस्थान सरकार को बताया कि ओएनजीसी रिफाइनरी में छब्बीस फीसदी तक भागीदारी रखना चाहती है।'
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले दिनों दिल्ली यात्रा के दौरान केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री एस जयपाल रेड्डी से मुलाकात कर प्रस्तावित तेल रिफाइनरी की स्थापना का फैसला शीघ्र लेने का अनुरोध किया ताकि राज्य में तेल और गैस के मिले अथाह भंडार का लाभ प्रदेशवासियों को मिल सके। उन्होंने कहा कि रिफाइनरी की स्थापना की मांग काफी समय से लंबित है।
बाड़मेर के सांसद हरीश चौधरी ने कहा, 'मुझे केन्द्र सरकार ने बताया है कि बाड़मेर में रिफाइनरी लगने की स्थिति में 69 फीसदी भागीदारी के साथ ओएनजीसी रिफाइनरी की सबसे बड़ी भागीदार होगी, लेकिन हाल ही में कंपनी ने केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय और राजस्थान सरकार को बताया कि ओएनजीसी रिफाइनरी में छब्बीस फीसदी तक भागीदारी रखना चाहती है।'
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