मंगलवार, 15 मई 2012

ट्रांसफर की ख़बर सुन महिला कांस्टेबल ने खुद का भेजा उड़ा लिया

नई दिल्ली द्वारका सेक्टर आठ स्थित सीआरपीएफ कैंप में एक महिला सिपाही की संदिग्ध परिस्थितियों में ड्यूटी के दौरान गोली लगने से मौत हो गई। आशंका जताई जा रही है कि महिला ने अपनी सर्विस राइफल से खुद को उड़ाया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है। घटना की सूचना पश्चिम बंगाल में रहने वाले उसके परिजनों को दे दी गई है। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। महिला सिपाही कुछ दिनों पहले ही सीआरपीएफ कैंप में स्थानांतरित होकर आई थी और तभी से तनाव में थी। 
पुलिस के अनुसार रविवार सुबह लगभग साढ़े पांच बजे सूचना मिली कि सीआरपीएफ कैंप में एक महिला कांस्टेबल मृत पाई गई है। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया। शव की पहचान सिउली पात्रा (26) के रूप में की गई। वह मूलरूप से 24 परगना, पश्चिम बंगाल की रहने वाली थी। सिउली की डच्यूटी रविवार आधी रात के दो बजे से तड़के चार बजे तक फोर्स कैंप के वाच टॉवर पर थी। सुबह चार बजे जब अन्य महिला सिपाही डयूटी के लिए पहुंची तो देखा कि सिउली लहूलुहान अवस्था में पड़ी हुई थी। उसके पेट से खून बह रहा था और उसकी एसएलआर भी हाथ में ही थी। उसने यह जानकारी कैंप के आला अधिकारियों को दी। सिउली को नजदीक के अस्पताल ले जाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि सिउली वर्ष 2009 में सीआरपीएफ में भर्ती हुई थी। उसकी पोस्टिंग विकासपुरी स्थित 135 बटालियन में की गई थी। कुछ दिनों पहले ही उसे 135 बटालियन से द्वारका सेक्टर आठ स्थित 88 बटालियन में भेजा गया था।


सीआरपीएफ के अधिकारियों ने पुलिस को बताया कि एक कार्यक्रम के चलते महिला सिपाहियों के एक दल को बैंड सीखाने के लिए गुड़गांव भेजा जाना था, इसलिए कुछ लड़कियों का तबादला किया गया था। सिउली भी उनमें से एक थी। बताया जा रहा है कि उसे यहां आना अच्छा नहीं लगा और उसने इस बाबत अधिकारियों से शिकायत भी की थी। सीआरपीएफ के अधिकारी फिलहाल घटना को खुदकुशी मान रहे हैं। वहीं, पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा। सिउली के सहकर्मियों से भी पूछताछ की जा रही है।

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