पटना. बिहार में मासूमों के खिलाफ अपराध के दो गंभीर मामले सामने आए हैं। पहली घटना नवादा जिले की है, जहां एक नाबालिग लड़के को दबंगों ने जिंदा जला डाला और मौके से फरार हो गए। यह घटना रविवार की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि जिले के नरहट थाना क्षेत्र के गरबिघा गांव में रहने वाले 17 साल के चिंटू कुमार की मां करुणा देवी के साथ 2006 में सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। इस घटना का एक मात्र गवाह चिंटू ही था। इस मामले में लड़के को 15 मई को अदालत में गवाही देनी थी। आरोपियों ने उसे कोर्ट में गवाही नहीं देने तथा केस वापस लेने की कई बार धमकी दी, लेकिन वो नहीं माना। इस मामले में कमलेश एवं किशोरी सिंह समेत पांच लोग आरोपी हैं।
रविवार की दोपहर चिंटू के घर पर दबंगों ने धावा बोल दिया और उसे जिंदा जला डाला। करुणा देवी ने आरोप लगाया कि किशोरी सिंह और कमलेश कुमार समेत पांच लोगों ने उनके मकान को आग लगा दी जिससे उनका पुत्र चिंटू कुमार बुरी तरह झुलस गया। अस्पताल ले जाते समय चिंटू की मौत हो गई। नरहट के थाना प्रभारी नंदकिशोर सिंह ने सोमवार को बताया कि पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। इस मामले की प्राथमिकी दर्ज हो गई है तथा शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
उधर, भागलपुर जिले के हबीबपुर थाना क्षेत्र के खिलाफत नगर शाहजंगी में रविवार को कुछ दबंगों ने दस साल की एक बच्ची को आग के हवाले कर दिया। पीडित बच्ची पिंकी के शरीर पर केरोसीन छिड़क कर माचिस से आग लगा दी गई। इस दौरान मोहल्ले के लोग तमाशबीन बने रहे और बच्ची जलती रही। बाद में उसकी मां उसे टेंपो पर लादकर अस्पताल लाई। बदहवासी की हालत में बच्ची (तस्वीर में) ठीक से बोल नहीं पा रही है और रह-रह कर बेहोश हो जाती है।
बताया जा रहा है कि शनिवार की रात बच्चे को लेकर महिलाओं में विवाद हुआ था। बच्ची की मां ने मोहल्ले के ही कुछ लोगों पर बच्ची को जलाकर मारने के प्रयास का आरोप लगाया है। पुलिस ने बच्ची का बयान दर्ज कर लिया है।
डीजी कंट्रोल ने घटना की जानकारी मांगी तब पुलिस सक्रिय हुई। बच्ची के बयान पर दो लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें