सोमवार, 14 मई 2012

महात्मा गांधी नरेगा2 में होंगे कई नए कार्य


महात्मा गांधी नरेगा2 में होंगे कई नए कार्य 


ग्रामीण विकास मंत्रालय ने महात्मा गांधी नरेगा योजना में कृषि, पाुपालन एवं ग्रामीण विकास से जुड़े कार्य 


शामिल करते हुए अधिसूचना जारी की। 


बाड़मेर, 14 मईर्। महात्मा गांधी नरेगा योजना पार्ट2 में अब व्यक्तिगत कार्यों के साथ कृषि,पाुपालन, मुर्गी पालन, ग्रामीण स्वच्छता के अलावा ग्रामीण विकास से जुड़े कार्य करवाए जा सकेंगे। इसको लेकर ग्रामीण विकास मंत्रालय ने अधिसूचना जारी करते हुए राज्य सरकारों को इसकी कि्रयान्विति करवाने के निर्दो दिए है। 
जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलेक्टर डा.वीणा प्रधान ने बताया कि ग्रामीणों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए महात्मा गांधी नरेगा योजना में कई नए कार्य ामिल किए गए है। अधिसूचना के अनुसार इसके तहत जल संरक्षण, जल ास्य संचय जिसके अन्तर्गत कंटूर खाईया,कंटूर बंध, गोलम चेक,गबियन संरचनाएं, भूमिगत नहरें, मिटटी के बांध, स्टाप बांध के साथ झरनों के विकास कार्य किए जाएंगे। इसी तरह वृक्षारोपण, सिंचाई नहरें, व्यक्तिगत भूमि पर सिंचाई सुविधा, फार्म पर पोखर, बागवानी, वृक्षारोपण, मेडबंधी एवं भूमि विकास, पारंपरिक जल निकायों का नवीनीकरण, जलरूद्व क्षेत्रों में जल निकास, बा नियंत्रण के लिए बा़ नियंत्रण नालियों को गहरा करना एवं उनकी मरम्मत,तटीय संरक्षण के लिए विप्लव जल नालियों का निर्माण, गांव के भीतर तक आवागमन सुनिचत करने के लिए आवयकता के अनुसार पुलिया एवं सड़क निर्माण कराया जा सकेगा। ब्लाक स्तर पर ज्ञान संसाधन केन्द्र तथा ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम पंचायत भवन के रूप में भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्रों का निर्माण, एनएडीपी कंपोस्टिग, वर्मी कंपोस्टिग, लिक्विड बायोमेन्योर जैसे कृषि कार्यों के अलावा कुक्कुट आश्रय स्थल, बकरी आश्रय स्थल, पक्का फार्, यूरिन टैंक का निर्माण और अजोला पाु भोजन जैसे कार्य, सार्वजनिक भूमि पर मौसमी जल निकायों में मत्स्य पालन, तटीय क्षेत्रों में मछली ाुष्कन यार्ड, बेल्ट वेजिटोन, सोक पिटस, रिचार्ज पिटस जैसे ग्रामीण पेयजल संबंधित कार्य, व्यक्तिगत घरेलू पखाने, विद्यालय षौचालय इकाइयां, आंगनबाड़ी षौचालय, ठोस एवं तरल अपिष्ट प्रबंधन जैसे ग्रामीण स्वच्छता संबंधित कार्य करवाएं जा सकेंगे। जिला कलेक्टर प्रधान ने बताया कि उपरोक्त कार्य अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति के परिवारों, गरीबी की रेखा से नीचे वाले परिवारों के साथ छोटे एवं सीमांत किसानों की भूमि पर करवाए जाएंगे। 
कार्य स्थल पर सुनिचत होगी सुविधाएं: महात्मा गांधी नरेगा कार्य स्थल पर श्रमिकों के लिए स्वच्छ पेयजल, बालकों एवं विश्राम के लिए ोड के साथ प्राथमिक उपचार पेटिका उपलब्ध करानी होगी। यदि किसी कार्य स्थल पर छह वर्ष से कम आयु के बालकों की संख्या पांच या उससे अधिक है तो वहां पर एक आया को भी लगाया जाएगा। 
िकायतों का निपटारा एक सप्ताह में: महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत िकायतों का निपटारा सात दिन के भीतर निपटाना होगा। ऐसा नहीं होने पर अधिनियम की धारा 25 के तहत कार्यवाही की जाएगी। 
ग्रामसेवकों का प्रिक्षण 17 को 
बाड़मेर, 14 मईर्। महात्मा गांधी नरेगा हेल्पडेस्क कम इंफोर्मोन मोनेटरिंग सिस्टम एवं काल सेंटर के माध्यम से डाटा संग्रहण तथा एसएमएस भेजने के लिए 17 मई को ग्रामसेट के जरिए प्रिक्षण दिया जाएगा। 
जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलेक्टर डा.वीणा प्रधान ने बताया कि अतिरिक्त आयुक्त प्रथम एवं अन्य अधिकारी 17 मई को सुबह 10 बजे से प्रिक्षण देंगे। प्रधान के मुताबिक जिन पंचायत समितियों में ग्रामसेट कार्यरत है उस पंचायत समिति के समस्त ग्रामसेवक पंचायत समिति में स्थापित ग्रामसेट से प्रिक्षण लेंगे। जिन पंचायत समितियों में ग्रामसेट कार्यरत नहीं है वहां के समस्त ग्रामसेवक नजदीक की पंचायत समिति स्थित ग्रामसेट से प्रिक्षण लेंगे। जिला कलेक्टर सभी ग्रामसेवकों को ग्रामसेट से प्रिक्षण लेने के लिए पाबंद

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