हवा हुए पीसीपीएनडीटी एक्ट के आदेश
अब भी चोरी छुपे बेरोकटोक जारी हैं लिंग परीक्षण
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महकमा खानापूर्ति में जुटा
बाड़मेर।
इन दिनों पूरे देश में कन्या भु्रण हत्या को लेकर हंगामा मचा हुआ हैं और हर कोई कन्या भु्रण हत्या पर लगाम कसने के लिए तरह तरह के कानून बनाने एवं उसकी सख्ताई से पालना करने की बात कर रहा हैं। लेकिन हकीकत इससे कोसो दूर हैं। कन्या भु्रण हत्या को रोकने के लिए कानून तो आज से काफी समय पूर्व में ही अमल में आ चुके थे और उसे सख्ताई से लागू करने के निर्देश भी पूर्व में जारी हो चुके हैं लेकिन इसके बाद भी यह गोरखधंधा नहीं रूका। इसका सबसे मुख्य कारण हैं कि स्वास्थ्य विभाग की फोरी जांच एवं खानापूर्ति पूर्ण कार्यवाही। नतीजन अब भी जिले में चोरी छुपे लिंग जांच के परीक्षण कई सोनोग्राफी सेंटरो पर चल रहे हैं। इतना ही नहीं इस बात को खुद स्वास्थ्य विभाग भी स्वीकारता हैं लेकिन आदेशों के नए-नए होने तक खुब शोर शराबा होता हैं लेकिन बाद में सब ठण्डे बस्ते में डाल दिया जाता हैं।
बाड़मेर जिले की भी स्थिति कुछ ऐसी ही हैं। बाड़मेर जिला मुख्यालय, बालोतरा,चौहटन अन्य बड़े कस्बो में सोनोग्राफी सेंटरो पर धड़ल्ले से लिंग जांच का कारोबार दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की करता जा रहा हैं। इतना ही नहीं दिनों दिन यह कारोबार तेजी से बढ़ता जा रहा हैं। जहां पूर्व में जांच के नाम पर कुछ भी नहीं था आज वहां पर कई सोनोग्राफी सेंटर संचालक मशीने ले जाकर भु्रण का लिंग जांच कर बच्चे की जान को खतरे मंे डाल रहे हैं। पहले चोरी छुपे लिंग जांच एवं उसके बाद निजी अस्पतालों में चोरी छुपे गर्भपात। शहर में रूक-रूककर कुछ समय के अंतराल में जगह-जगह पर नवजात भु्रण मिलना एक तरफ से साफ तौर पर कन्या भ्रुण हत्या की ओर ईशारा करती हैं लेकिन पुलिस एवं स्वास्थ्य महकमा मामले की तह जाने के बाद भी आरोपियों के साथ मिलीभगत कर मामले को दबा दिया जाता हैं और भ्रण हत्या के दोषियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो रही हैं। नतीजन यह कारोबार चोरी छुपे बेरोकटोक जारी हैं।
13 के खिलाफ इस्तगासे, 5 ओर की तैयारीः
अगर लिंग जांच के मामलों की बात की जाए तो शहर में चल रही सोनोग्राफी सेंटरों द्वारा नियमानुसार की जाने वाली कागजी कार्यवाही नहीं करने से साफ तौर पर उनके द्वारा गड़बड़ी करने की पुष्टि होती हैं और इसी को आधार बनाते हुए करीब 13सोनोग्राफी सेंटरों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग द्वारा अदालत में इस्तगासे दायर किए गए हैं। जबकि करीब 5 ओर मामलों में इस्तगासे दायर करने की तैयारी विभाग ने कर रखी हैं। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजमल हुसैन से बात करने पर उन्होंने बताया कि सोनोग्राफी सेंटरों पर नियमानुसार जो फॉर्म भेरे जाने चाहिए एवं जिन पहलुओं की जांच की जानी चाहिए वह नहीं की जाती हैं। इसी के चलते अब तक 13 के खिलाफ अदालत में इसतगासे दायर किए गए हैं जबकि 5 के करीब ओर इस्तगासे सोनोग्राफी सेंटरों के खिलाफ दायरे करने की तैयारी की जा रही हैं। वहीं 5 मामलों मंे सोनोग्राफी मशीन के दुरूपयोग के अंदेशे को देखते हुए इन मशीनों को सीज किया गया हैं। हालाकि अभी तक बाड़मेर में अधिकारिक तौर पर किसी अस्पताल में कन्या भु्रण हत्या का मामला सामने नहीं आया हैं और ना ही इस तरह की कोई शिकायत हैं। इसके अलावा इस मामले में लोगो को जागरूक करनेके लिए हर स्वास्थ्य केन्द्र पर जागरूकता अभियान 1 से 5 तारिख तक चलाया जा रहा हैं जिसमें कई सरकारी महकमो के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहते हैं।
खुद से करनी होगी शुरूआतः
भले ही कन्या भ्रुण हत्या को लेकर देश में इन दिनों एक टीवी शो सत्यमेव जयते के बाद छिड़ी बहस के बाद हर कोई इसको लेकर चिंतित नजर आ रहा हैं। लेकिन अगर खुद शॉ के हॉस्ट एवं अभिनेता आमिर खां की बात की जाए तो उन्होंने साफ शब्दों मे कहा कि सिर्फ हंगामा करने से इस समस्या का हल नहीं निकलेगा। बल्कि इसकी शुरूआत हमे खुद से ही करनी होगी और संकल्प लेना होगा कि वह ना तो कभी लिंग जांच कराएगे और ना ही किसी को इसके लिए बात करेगे। ऐसे में आमिर की इन पंक्तियों के साथ थार के वाशिंदों को भी एक शपथ और संकल्प कन्या भु्रण हत्या एवं लिंग जांच को लेकर लेना होगा और इसमें हर तबके एवं हर वर्ग के लोगो को शामिल होना होगा। शायद तभी हम सच्चे शब्दों मंें कह पाएगे सत्यमेव जयते।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें