सोमवार, 28 मई 2012

बीकानेर-कोयंबटूर ट्रेन का नहीं हुआ रूट तय,


बीकानेर-कोयंबटूर ट्रेन का नहीं हुआ रूट तय, जनप्रतिनिधि प्रयास करें तो जालोर से गुजर सकती है यह ट्रेन 
दक्षिण के लिए जरूरी 

नए टाइम टेबल पर निर्भर 
ट्रेन का रूट नए टाइम टेबल के घोषित होने पर स्पष्ट हो पाएगा। इस बार का टाइम टेबल जिलेवासियों के लिए काफी खास रहेगा। क्योंकि बजट में जिले को कुछ मिला नहीं था, लेकिन अस्पष्ट रूप से बीकानेर-कोयंबटूर टेरना की घोषणा जरूर हुई। रेलवे के आला अधिकारियों का भी मानना है कि रूट फाइनल में राजनीतिक पहुंच का काफी ज्यादा प्रभाव रहता है। ऐसे में यदि जनप्रतिनिधियों ने अपने स्तर पर इस ट्रेन के समदड़ी-भीलड़ी रेल खंड से संचालन की मांग को प्रमुखता नहीं उठाया और उच्च स्तर तक नहीं पहुंचाया तो संभव है कि इस ट्रेन का संचालन भी अन्य सेक्शन से हो जाएगा। गौरतलब है कि रेलवे का टाइम टेबल वर्ष में एक बार जुलाई में बदलता है।



जालोर



रेल बजट 2012-13 में घोषित बीकानेर-कोयंबटूर ट्रेन समदड़ी-भीलड़ी रेल खंड से होकर गुजर सकती है, लेकिन इसके लिए राजनीतिक पहल की आवश्यकता है। बजट में इस ट्रेन की घोषणा हो चुकी है, लेकिन अब तक इस ट्रेन का रूट घोषित नहीं किया गया है। ऐसे में जनप्रतिनिधियों की पहल और उनके द्वारा उच्च स्तर तक इस ट्रेन को समदड़ी-भीलड़ी रेल खंड से होकर चलाने की मांग रेल सुविधा से महरूम जिलेवासियों को राहत दिला सकती है। इसके लिए यह जरूरी है कि सभी नेता एकजुट होकर इस ट्रेन के लिए सामूहिक स्तर पर प्रयास करें। एकजुटता के अभाव में एक बार फिर जिलेवासियों को मायूसी मिल सकती है। नेताओं के प्रयास इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि अगले माह के अंत में रेल टाइम टेबल में बदलाव होगा। रेलवे के अधिकारियों के अनुसार नई ट्रेनों का रूट फाइनल इसी दौरान होता है।

लंबी दूरी की यह ट्रेन जिलेवासियों के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण है। जिले से बहुत बड़ी संख्या में लोग दक्षिण राज्यों में व्यवसाय कर रहे हैं। वहां से लोगों के आने जाने के लिए कोई ट्रेन अभी तक समदड़ी-भीलड़ी रेल खंड में नहीं है। जिसके चलते लोगों को दक्षिणी राज्यों में पहुंचने के लिए जोधपुर या फालना जाना पड़ता है। यदि इस ट्रेन का संचालन इस रेल खंड से हो जाए तो जिलेवासियों को दक्षिण में पहुंचने का सीधा साधन मिल जाएगा। गौरतलब है कि फिलहाल लंबी दूरी की ट्रेनों में इस रेल खंड से केवल एक सुपरफास्ट ट्रेन बीकानेर-दादर ही संचालित है, जिसमें यात्री भार काफी ज्यादा रहता है। इसके अलावा जोधपुर भीलड़ी साधारण सवारी गाड़ी और जोधपुर-गांधीधाम एक्सप्रेस ट्रेन ही संचालित है।

अभी तक रूट फाइनल नहीं

बीकानेर-कोयंबटूर ट्रेन रेल बजट 2012-13 में घोषित जरूर हुई थी, लेकिन उसका रूट फाइनल नहीं हुआ था। अभी भी इस ट्रेन का रूट फाइनल नहीं किया गया है। टाइम टेबल में बदलाव पर ट्रेन का रूट स्पष्ट हो जाएगा। - ललित बोहरा, मुख्य जन संपर्क अधिकारी, उत्तर पश्चिम रेलवे, जयपुर

सभी को करने होंगे प्रयास

मैंने बजट पेश होने पर संबंधित मंत्री, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और जीएम को पत्र लिखकर बीकानेर-कोयंबटूर ट्रेन को समदड़ी-भीलड़ी रेल खंड से संचालित करने के लिए निवेदन किया था। इस मामले में क्षेत्रीय सांसद को दिल्ली में डेरा डालकर मंत्रियों के सहयोग से यह प्रयास करना चाहिए कि ट्रेन जिले से होकर गुजरे। राज्य सरकार का जो भी सहयोग होना चाहिए, वह निश्चित रूप से इस मामले में रहेगा। - रतन देवासी, विधायक, रानीवाड़ा

मिलेंगे जीएम से

इस ट्रेन के समदड़ी-भीलड़ी रेल खंड से संचालन के लिए प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए जिले के जनप्रतिनिधियों के साथ जनरल मैनेजर और दिल्ली चेयरमैन रेलवे बोर्ड को मिलेंगे। - पुखराज पाराशर, महासचिव, प्रदेश कांग्रेस कमेटी

सकारात्मक रही बातचीत

बीकानेर-कोयंबटूर ट्रेन के समदड़ी-भीलड़ी रेल खंड से संचालन को लेकर मैंने 21 मई को ही चेयरमैन रेलवे बोर्ड से बात की थी, उनका रुख सकारात्मक रहा है। प्रयास यही है कि इस ट्रेन को संचालन इस रेल खंड से ही हो। - देवजी पटेल, सांसद, जालोर-सिरही

...तो जालोर से गुजर सकती है कोयंबटूर की ट्रेन

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