रविवार, 11 मार्च 2012

पाक को मिलेगा मुंहतोड़ जवाब, राजस्‍थान बॉर्डर पर ब्रह्मोस तैनात

भारतीय सेना की जमीन से जमीन पर मार करने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस की दूसरी रेजिमेंट ऑपरेशनल हो गई है। इसे पाकिस्तान से सटे राजस्थान बॉर्डर पर पाकिस्तान के सिंध फ्रंटियर के सामने तैनात की गई है।  

‘कोल्ड स्टार्ट’ युद्ध सिद्धांत के अनुसार सेना में बदली जा रही रणनीति के तहत पाक बॉर्डर पर पहली मिसाइल रेजिमेंट की तैनातगी की जा रही है। इसकी मारक क्षमता 290 किलोमीटर है। पाक बॉर्डर पर इंडो-यूएस आर्मी के संयुक्त अभ्यास के बीच मिसाइल रेजिमेंट की तैनातगी को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
भारतीय सेना और रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) के विशेषज्ञों ने पिछले छह महीने में ब्रह्मोस मिसाइल का पोकरण स्थित चांधन फायरिंग रेंज में दो बार परीक्षण कर उसकी मारक क्षमता को परखा था।







गत 4 मार्च को मिसाइल के परीक्षण के बाद सेना में ब्रह्मोसमिसाइल की दूसरी रेजिमेंट की तैनातगी शुरू कर दी गई है। पहली मिसाइल रेजिमेंट की तैनातगी चीन बॉर्डर पर की गई थी। राजस्थान बॉर्डर पर पहली बार यह मिसाइल रेजिमेंट बाड़मेर से बीकानेर सेक्टर के बीच तैनात की जाएगी।
जंग की नई रणनीति के तहत मिसाइल की तैनातगी :
सेना की दक्षिण कमान (पूना) व दक्षिण पश्चिमी कमान के अधिकारियों के 25 से 28 फरवरी के बीच हुए वार गेम में युद्ध की नई रणनीति पर विचार विमर्श किया गया। साथ ही सेना में किए जा रहे नए बदलाव की रणनीति को अंतिम रूप दिया गया। साथ ही चीन के अरुणाचल में मोर्चा खोलने पर पाकिस्तान के राजस्थान बॉर्डर पर हमला बोलने की आशंका के दृष्टिगत जंग की तैयारी पर विचार विमर्श किया गया था। उस वार गेम में तय रणनीति के तहत ही ब्रह्मोस मिसाइल की दूसरी रेजिमेंट को राजस्थान बॉर्डर पर तैनात करने का फैसला लिया गया।
पाक ने भनक लगने पर किया हत्फ का परीक्षण :
ब्रह्मोस मिसाइल रेजिमेंट की राजस्थान बॉर्डर पर तैनातगी की भनक लगते ही पाकिस्तान ने 700 किमी दूरी तक मार करने वाली हत्फ मिसाइल का 5 मार्च को परीक्षण किया था। इससे पूर्व पाकिस्तान द्वारा भारत के दस शहरों को निशाने पर रख 24 परमाणु हथियार युक्त मिसाइल की तैनातगी करने की खबरें पाक मीडिया में प्रकाशित हो चुकी हैं।
ऐसे में ब्रह्मोस मिसाइल की तैनातगी को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इधर पाक बॉर्डर पर यूएस-इंडो आर्मी का संयुक्त अभ्यास चल रहा है। वहीं सेना की मथुरा स्थित 1 स्ट्राइक कोर के नेतृत्व में साठ हजार सैनिकों के थार में तीन महीने के युद्धाभ्यास ‘शूरवीर’ की तैयारी भी चल रही है।

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