मुंबई. महाराष्ट्र एटीएस ने मुंबई में बीते साल 13 जुलाई को हुए बम धमाकों के मामले को सुलझा लेने का दावा किया है। एटीएस ने इन धमाकों के दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इंडियन मुजाहिदीन के ऑपरेटिव कातिल सिद्दिकी की सूचना पर ये गिरफ्तारियां हुई हैं। एटीएस का मानना है कि इन धमाकों में इंडियन मुजाहिदीन का ही हाथ था।
एटीएस चीफ राकेश मारिया ने पत्रकारों को बताया कि इस धमाके के सिलसिले में नकी अहमद वसी अहमद और नदीम अख्तर अशफाक शेख को गिरफ्तार किया गया है। ये आरोपी 15 जनवरी को बिहार के दरभंगा से गिरफ्तार किए गए हैं। एटीएस प्रमुख ने आज इन आरोपियों के स्केच जारी किए। इनकी उम्र 22 और 23 साल है। उन्होंने बताया कि मुंबई ब्लास्ट की जांच में 180 सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और 12,373 लोगों से पूछताछ की गई। इस सिलसिले में अब तक आठ आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं जबकि यासीन भटकल तीन अन्य की तलाश जारी है।
मारिया ने बताया कि ब्लास्ट में चोरी के दो स्कूटर इस्तेमाल किए गए। अहमद वसी और नदीम ने आगे इस्तेमाल के लिए दो और बाइक चुराई थी। ये बाइक दरभंगा से बरामद की गई। नदीम अख्तर मुंबई के एंटॉप हिल में ठहरा था। भटकल ने नदीम को दिल्ली में विस्फोटक दिए जिसे नकी को सौंप दिया गया। एटीएस प्रमुख ने कहा कि मुंबई धमाकों में 10 लाख रुपये खर्च हुए हैं। उन्होंने दावा कि धमाके किसने कराए, यह एटीएस को पता है लेकिन इसका खुलासा वक्त आने पर किया जाएगा।
एटीएस के मुताबिक यासीन भटकल मुंबई ब्लास्ट का मास्टरमाइंड है। नकी ने भटकल को मुंबई में रहने की जगह दी थी। रेकी के लिए पैसा मुहैया कराया। नकी ने मुख्य आरोपी को सिम कार्ड मुहैया कराया था। धमाका करने वालों को डेढ़ लाख रुपये दिए गए थे। भटकल नकी से मिलने दरभंगा जाता था और वहीं पर मुंबई ब्लास्ट की साजिश रची गई। भटकल ने नकी को डेढ़ लाख रुपये दिए थे।
ये धमाके झावेरी बाजार, ओपेरा हाउस और दादर में हुए थे, जिसमें 27 लोग मारे गए और 127 जख्मी हुए थे। इंडियन मुजाहिदीन के मॉड्यूल से जुड़ी जानकारी इकट्ठा करने के लिए अहमदाबाद क्राइंम ब्रांच और गुजरात एटीएस के अधिकारियों ने भी महाराष्ट्र एटीएस का सहयोग किया।
एटीएस चीफ राकेश मारिया ने पत्रकारों को बताया कि इस धमाके के सिलसिले में नकी अहमद वसी अहमद और नदीम अख्तर अशफाक शेख को गिरफ्तार किया गया है। ये आरोपी 15 जनवरी को बिहार के दरभंगा से गिरफ्तार किए गए हैं। एटीएस प्रमुख ने आज इन आरोपियों के स्केच जारी किए। इनकी उम्र 22 और 23 साल है। उन्होंने बताया कि मुंबई ब्लास्ट की जांच में 180 सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और 12,373 लोगों से पूछताछ की गई। इस सिलसिले में अब तक आठ आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं जबकि यासीन भटकल तीन अन्य की तलाश जारी है।
मारिया ने बताया कि ब्लास्ट में चोरी के दो स्कूटर इस्तेमाल किए गए। अहमद वसी और नदीम ने आगे इस्तेमाल के लिए दो और बाइक चुराई थी। ये बाइक दरभंगा से बरामद की गई। नदीम अख्तर मुंबई के एंटॉप हिल में ठहरा था। भटकल ने नदीम को दिल्ली में विस्फोटक दिए जिसे नकी को सौंप दिया गया। एटीएस प्रमुख ने कहा कि मुंबई धमाकों में 10 लाख रुपये खर्च हुए हैं। उन्होंने दावा कि धमाके किसने कराए, यह एटीएस को पता है लेकिन इसका खुलासा वक्त आने पर किया जाएगा।
एटीएस के मुताबिक यासीन भटकल मुंबई ब्लास्ट का मास्टरमाइंड है। नकी ने भटकल को मुंबई में रहने की जगह दी थी। रेकी के लिए पैसा मुहैया कराया। नकी ने मुख्य आरोपी को सिम कार्ड मुहैया कराया था। धमाका करने वालों को डेढ़ लाख रुपये दिए गए थे। भटकल नकी से मिलने दरभंगा जाता था और वहीं पर मुंबई ब्लास्ट की साजिश रची गई। भटकल ने नकी को डेढ़ लाख रुपये दिए थे।
ये धमाके झावेरी बाजार, ओपेरा हाउस और दादर में हुए थे, जिसमें 27 लोग मारे गए और 127 जख्मी हुए थे। इंडियन मुजाहिदीन के मॉड्यूल से जुड़ी जानकारी इकट्ठा करने के लिए अहमदाबाद क्राइंम ब्रांच और गुजरात एटीएस के अधिकारियों ने भी महाराष्ट्र एटीएस का सहयोग किया।
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