बुधवार, 4 जनवरी 2012

लोक कला फाइलों में दफन

लोक कला फाइलों में दफन

बाड़मेर लोक कला को बढ़ावा देने की सरकारी कवायद फाइलों में ही दफन होकर रह गई। पंचायतराज विभाग की ओर से बड़नावा जागीर गांव में बनाया गया लोक कला प्रशिक्षण केंद्र भवन निर्माण के बाद से सूना पड़ा है। सरकार की ओर से न तो वाद्य यंत्र उपलब्ध करवाए गए और न ही कलाकारो को यहां तक पहुंचाने की कोशिश की गई। ऎसे में लोक कला को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई योजना फाइलों की शोभा बनकर ही रह गई।

पचपदरा तहसील क्षेत्र के बड़नावा जागीर गांव में लोक कला से जुड़े लंगा मांगणियार कलाकारों की नई पीढ़ी को इस परंपरागत फन के बारे में प्रशिक्षण देकर उन्हें मंच प्रदान करने की सोच को लेकर राज्य सरकार द्वारा पंचायतराज विभाग के माध्यम से बस स्टैंड के समीप लोक कला प्रशिक्षण केंद्र भवन का निर्माण करवाया गया था। योजना के तहत सरकार द्वारा यहां पर लोक कला से संबंधित वाद्य यंत्र आदि उपलब्ध करवाए जाने थे। लोक कलाकारों द्वारा इस गांव की नई पीढ़ी को प्रशिक्षण दिया जाना था।

इसके लिए कोई शुल्क तय नहीं था, लेकिन विडंबना यह रही कि न तो प्रशिक्षक पहुंचे और न ही वाद्य यंत्र उपलब्ध करवाए गए। ऎसे मे प्रशिक्षण केंद्र भवन पिछले करीब एक दशक से ज्यादा समय से सूना पड़ा है। उपयोग के अभाव में यह भवन जर्जर हालत में पहुंच गया है। ऎसे में लोक कला को बढ़ावा देने की सोच को लेकर लागू की गई योजना बुरे हश्र का शिकार बन गई।

सरकारी प्रयास गौण
लंगा मांगणियार बाहुल्य बड़नावा जागीर गांव के अधिकांश परिवार लोक कला से जुड़े हुए हैं। यहां के करीब एक दर्जन से ज्यादा ऎसे कलाकार है, जिन्होंने अपने फन के बूत्ते पर देश विदेश में लोक कला का लोहा मनवाया। आज भी इस गांव के दर्जनों कलाकार इस परंपरागत हुनर को देश विदेश तक पहुंचाने में जुटे हुए हैं। गांव का बच्चा बच्चा लोक कला की बोली बोलता है। लेकिन अफसोस की बात यह है कि सरकारी स्तर पर इन्हें प्रोत्साहित करने के लिए अब तक प्रयास नहीं हुए हैं। ।

धाराशायी होने के कगार पर भवन
बड़नावा जागीर गांव में लोक कला को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया भवन आवारा पशुओं की शरणगाह बन गया है। उपयोगिता व रखरखाव के अभाव में भवन की स्थिति जर्जरहालत में पहुंच गई है।

जरूरी है प्रयास
लोक कला प्रशिक्षण केंद्र पिछले लंबे समय से सूना पड़ा है। सरकार की ओर से रूचि नहीं ली जा रही। नई पीढ़ी को कला का प्रशिक्षण देने के लिए प्रयास जरूरी है। सागर खां अध्यक्ष, मदरसा इंतजामिया कमेटी बड़नावा जागीर

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