मंगलवार, 17 जनवरी 2012

अब जाट मुख्यमंत्री बनाना चाहिए ..चंद्रभान

अब जाट मुख्यमंत्री बनाना चाहिए ..चंद्रभान


बाड़मेर कांग्रेस ने 60 साल की राजनीति में कोई भी विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री का नाम पहले घोषित करके नहीं लड़ा। ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा या नहीं? यह कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी तय करेंगी। साथ ही वहीं अगला मुख्यमंत्री तय करेंगी।

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डॉ.चंद्रभान ने मंगलवार को बालोतरा में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कांग्रेस चुनाव घोषणा-पत्र, विचारधारा, योजनाओं और कार्यक्रमों के आधार पर चुनाव लड़ती है। लोकतंत्र में मुख्यमंत्री चुनने का काम विधायक दल करता है। वैसे मुख्यमंत्री का नाम पहले घोषित करने का काम बीजेपी करती है। उन्होंने माना कि प्रदेश में जनता से संवाद में कहीं न कहीं कमी रही है। जितनी मजबूत कांग्रेस को वर्तमान होना चाहिए वो उतनी नहीं है, लेकिन वे संगठन को सक्रिय कर रहे हैं।उन्होंने कहा की जातो को अब राजस्थान में प्रतिनिधित्व मिलाना चाहिए ,किसान मुख्यमंत्री बने मेरी इच्छा हें जाट समाज कोंग्रेस से जुड़े हें अब उन्हें मुख्यंत्री पद का मौका मिलाना चाहिए

उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगड़ी नहीं है। उन्होंने बिलाड़ा घटना की भत्र्सना करते हुए कहा कि बिलाड़ा उनका ससुराल है, लेकिन वहां पर जिस तरह से लोगों ने रिएक्ट किया, वो गलत है। कर्नल सोनाराम बयान मामले में उन्होंने कहा कि कर्नल ने स्पष्टीकरण दे दिया है, जबकि जोधपुर जिला शहर व देहात कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने भी अपनी रिपोर्ट मुझे सौंप दी है। इस पर शीघ्र ही निर्णय करेंगे। उन्होंने सीनियर नेताओं को संयमित भाषा और अनुशासन में रहने की नसीहत दी।

उन्होंने कहा कि अब वो पुराना समय नहीं रहा। समय के साथ लोगों के धैर्य व संयम में कमी आई है। ऐसे में अगर कहीं बिलाड़ा जैसी घटनाएं होती हैं तो फिर जनता का गुस्सा सबसे पहले पुलिस पर ही उतरता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की 7 करोड़ जनता पर महज 75 हजार पुलिसकर्मियों की फोर्स है।

सब इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी की जांच अब हैड कांस्टेबल कर रहा है, इसलिए हमें पुलिसकर्मियों की दिक्कतों को दूर करने का प्रयास करना चाहिए।

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