गांधी की प्रतिमा का आस्ट्रेलिया में अनावरण
मेलबर्न। आस्ट्रेलिया के दक्षिणी शहर एडिलेड में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की कांस्य प्रतिमा का गुरूवार को अनावरण किया गया। दक्षिण आस्ट्रेलिया प्रांत के मुख्यमंत्री जे वेदरिल ने एडिलेड यूनिवर्सिटी में लगी 1.95 मीटर ऊंची इस प्रतिमा का अनावरण किया। जाने माने मूर्तिकार गौतम पाल द्वारा निर्मित यह प्रतिमा भारत सरकार ने एडिलेड यूनीवर्सिटी को तोहफे में दी है।
कोलकाता के इस कलाकार की बनाई हुई प्रतिमाएं दुनिया के कई देशों की कला गैलरियों की शोभा बढ़ा रही है। इस मौके पर सिडनी में भारत के महावाणिज्य दूत अमित दासगुप्ता भी मौजूद थे। वेदरिल ने कहा कि गांधीजी की यह प्रतिमा दक्षिण आस्ट्रेलिया और भारत के बीच मजबूत संबंधों की प्रतीक है। उन्होंने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और वर्षो से हमारा महत्वपूर्ण साझीदार रहा है। दोनों देशों की सरकार, कारोबार और समुदायों में शिक्षा और अनुसंधान का काफी महत्वपूर्ण योगदान है।
बापू की प्रतिमा के नीचे उनका ही मशहूर वाक्य खुदा है "बदलाव की शुरूआत आप खुद से ही कीजिए" यूनिवर्सिटी के कुलपति जेम्स मैकव्हा ने कहा कि महात्मा गांधी भारत के आधुनिक इतिहास का जाना माना व्यक्तित्व रहे हैं। हम तोहफे के रूप में उनकी प्रतिमा पाकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं। गांधीजी के निधन के दशकों बाद भी उनके द्वारा दिया गया अहिंसा का पैगाम, सत्य की खोज की महत्ता और सामाजिक सुधार की जरूरत आज के समाज में भी प्रासंगिक है। गौरतलब है कि एडिलेड यूनिवर्सिटी का भारत के साथ शिक्षा, अनुसंधान एवं विद्यार्थियों के आदान-प्रदान के क्षेत्र में गठजोड़ है।
मेलबर्न। आस्ट्रेलिया के दक्षिणी शहर एडिलेड में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की कांस्य प्रतिमा का गुरूवार को अनावरण किया गया। दक्षिण आस्ट्रेलिया प्रांत के मुख्यमंत्री जे वेदरिल ने एडिलेड यूनिवर्सिटी में लगी 1.95 मीटर ऊंची इस प्रतिमा का अनावरण किया। जाने माने मूर्तिकार गौतम पाल द्वारा निर्मित यह प्रतिमा भारत सरकार ने एडिलेड यूनीवर्सिटी को तोहफे में दी है।
कोलकाता के इस कलाकार की बनाई हुई प्रतिमाएं दुनिया के कई देशों की कला गैलरियों की शोभा बढ़ा रही है। इस मौके पर सिडनी में भारत के महावाणिज्य दूत अमित दासगुप्ता भी मौजूद थे। वेदरिल ने कहा कि गांधीजी की यह प्रतिमा दक्षिण आस्ट्रेलिया और भारत के बीच मजबूत संबंधों की प्रतीक है। उन्होंने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और वर्षो से हमारा महत्वपूर्ण साझीदार रहा है। दोनों देशों की सरकार, कारोबार और समुदायों में शिक्षा और अनुसंधान का काफी महत्वपूर्ण योगदान है।
बापू की प्रतिमा के नीचे उनका ही मशहूर वाक्य खुदा है "बदलाव की शुरूआत आप खुद से ही कीजिए" यूनिवर्सिटी के कुलपति जेम्स मैकव्हा ने कहा कि महात्मा गांधी भारत के आधुनिक इतिहास का जाना माना व्यक्तित्व रहे हैं। हम तोहफे के रूप में उनकी प्रतिमा पाकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं। गांधीजी के निधन के दशकों बाद भी उनके द्वारा दिया गया अहिंसा का पैगाम, सत्य की खोज की महत्ता और सामाजिक सुधार की जरूरत आज के समाज में भी प्रासंगिक है। गौरतलब है कि एडिलेड यूनिवर्सिटी का भारत के साथ शिक्षा, अनुसंधान एवं विद्यार्थियों के आदान-प्रदान के क्षेत्र में गठजोड़ है।
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