नई दिल्ली. यूपी चुनाव की तारीखें नजदीक आते ही सियासी जंग तेजी होती जा रही है। बीजेपी की स्टार प्रचारक उमा भारती ने कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी पर जमकर पलटवार किया है। उन्होंने अध्यक्ष सोनिया गांधी के बहाने राहुल को जवाब देते हुए कहा कि वह बाहरी नहीं हैं बल्कि मध्य प्रदेश से हैं। उन्होंने कहा, ‘यदि सोनिया इटली से भारत आ सकती हैं तो मैं एमपी से यूपी क्यों नहीं आ सकती।’
गौरतलब है कि बीजेपी ने बुधवार रात को ऐलान किया कि उमा भारती यूपी चुनाव लड़ेंगी। इसके अगले दिन ही राहुल ने आज एक सभा में उमा भारती को यूपी चुनाव के लिए बीजेपी से टिकट मिलने पर निशाने पर लिया।
राहुल ने सवालिया लहजे में कहा, ‘जब बुंदलेखंड मर रहा था तब उमा भारती कहां थीं। हम आपके मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री तक ले गए। अब जब चुनाव में 15 दिन बचे हैं तो आ गईं। मध्य प्रदेश से एक नेता अभी अभी बीजेपी में आई हैं। कहां थी ये जब बुंदेलखंड रो रहा था। जब जरूरत थी वो तब कहां थी। जब जरूरत थी तो दिल्ली के चक्कर काट रही थीं, एमपी से तो पहले ही निकाल दिया गया था। एमपी से निकाला गया तो वह यूपी में आ गईं। एमपी की नेता यूपी में क्यों।'
उमा ने इसके जवाब में कहा, ‘मैं राहुल को याद दिलाना चाहूंगी कि उनकी मां रोम की हैं और उन्हें भारत में स्वीकार कर लिया गया है। राहुल को पहले अपनी मां का बैकग्राउंड देखना चाहिए, इसके बाद ही बुआ पर कोई टिप्पणी करनी चाहिए। मैंने राहुल के गुरु को एमपी में परास्त किया है, अब मैं गुरु और चेला दोनों को पराजित करने यूपी आई हूं। मैं एमपी से हूं, कोई बाहरी नहीं। यूपी की जनता भी मुझे स्वीकार करेगी।’
उमा ने कहा कि यूपी की मुख्यमंत्री मायावती, सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी सभी बेनकाब हो गए हैं। उन्होंने पिछड़ों के आरक्षण में सेंध लगाकर उनका हक लूटा है। अल्पसंख्यकों को शिक्षा और रोजगार मिलना चाहिए लेकिन ओबीसी की कीमत पर नहीं। ये अल्पसंख्यकों को आरक्षण के नाम पर देश को बांटने की साजिश कर रहे हैं। बसपा सरकार ने यूपी में सभी वर्गों के साथ धोखा किया है।
यह पूछे जाने पर कि पार्टी के सत्ता आने पर क्या वह मुख्यमंत्री पद की प्रबल दावेदार होंगी, उमा ने कहा, ‘मैं संतरी की भूमिका में हूं और यूपी में लूट नहीं होने दूंगी।’
गौरतलब है कि बीजेपी ने बुधवार रात को ऐलान किया कि उमा भारती यूपी चुनाव लड़ेंगी। इसके अगले दिन ही राहुल ने आज एक सभा में उमा भारती को यूपी चुनाव के लिए बीजेपी से टिकट मिलने पर निशाने पर लिया।
राहुल ने सवालिया लहजे में कहा, ‘जब बुंदलेखंड मर रहा था तब उमा भारती कहां थीं। हम आपके मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री तक ले गए। अब जब चुनाव में 15 दिन बचे हैं तो आ गईं। मध्य प्रदेश से एक नेता अभी अभी बीजेपी में आई हैं। कहां थी ये जब बुंदेलखंड रो रहा था। जब जरूरत थी वो तब कहां थी। जब जरूरत थी तो दिल्ली के चक्कर काट रही थीं, एमपी से तो पहले ही निकाल दिया गया था। एमपी से निकाला गया तो वह यूपी में आ गईं। एमपी की नेता यूपी में क्यों।'
उमा ने इसके जवाब में कहा, ‘मैं राहुल को याद दिलाना चाहूंगी कि उनकी मां रोम की हैं और उन्हें भारत में स्वीकार कर लिया गया है। राहुल को पहले अपनी मां का बैकग्राउंड देखना चाहिए, इसके बाद ही बुआ पर कोई टिप्पणी करनी चाहिए। मैंने राहुल के गुरु को एमपी में परास्त किया है, अब मैं गुरु और चेला दोनों को पराजित करने यूपी आई हूं। मैं एमपी से हूं, कोई बाहरी नहीं। यूपी की जनता भी मुझे स्वीकार करेगी।’
उमा ने कहा कि यूपी की मुख्यमंत्री मायावती, सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी सभी बेनकाब हो गए हैं। उन्होंने पिछड़ों के आरक्षण में सेंध लगाकर उनका हक लूटा है। अल्पसंख्यकों को शिक्षा और रोजगार मिलना चाहिए लेकिन ओबीसी की कीमत पर नहीं। ये अल्पसंख्यकों को आरक्षण के नाम पर देश को बांटने की साजिश कर रहे हैं। बसपा सरकार ने यूपी में सभी वर्गों के साथ धोखा किया है।
यह पूछे जाने पर कि पार्टी के सत्ता आने पर क्या वह मुख्यमंत्री पद की प्रबल दावेदार होंगी, उमा ने कहा, ‘मैं संतरी की भूमिका में हूं और यूपी में लूट नहीं होने दूंगी।’
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