जोधपुर.भंवरी मामले में मंगलवार को सीबीआई ने पूर्व उप जिला प्रमुख सहीराम विश्नोई का पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा सहित तीन आरोपियों से जेल में सामना कराया। सीबीआई जांच में सामने आया कि मदेरणा ने 23 जुलाई 2011 को न्यूज चैनल पर खबर प्रसारित होने के बाद मदेरणा ने सहीराम को भंवरी से बात करने के लिए कहा।
अपहरण के दिन सहीराम जयपुर से सोहनलाल व शहाबुद्दीन की मॉनिटरिंग कर रहा था। भंवरी मामले में सहीराम इस समय रिमांड पर है, जबकि मदेरणा जेल में हैं। जिन दो अन्य आरोपियों से सहीराम का सामना कराया गया, उनमें सोहनलाल व शहाबुद्दीन हैं। ये दोनों भी जेल में हैं।
चारों आरोपियों से बुधवार को भी सुबह 11 से दोपहर 3 बजे तक पूछताछ होगी। इस क्रॉस इंटेरोगेशन में आरोपियों के बयानों को वेरिफाई किया जा रहा है। अब तक इनसे हुई अलग-अलग पूछताछ में सभी ने विरोधाभासी बयान दिए थे। मदेरणा ने अपहरण में खुद का हाथ होने से इनकार किया था।
ओमप्रकाश को पहनाई हथकड़ी व नकाब
भंवरी को ठिकाने लगाने वाली दूसरी गैंग के ओमप्रकाश विश्नोई को हथकड़ी पहना कर पूछताछ के लिए ग्रामीण पुलिस लाइन ले जाया गया। हालांकि, सीबीआई ने कोर्ट से हथकड़ी पहनाने की इजाजत नहीं ली है, लेकिन वह देचू और ओसियां में पुलिस पर फायरिंग कर चुका है, इसलिए उसे हथकड़ी पहनाई गई।
सीबीआई उससे उस जगह के बारे में पूछताछ कर रही है, जहां भंवरी को ठिकाने लगाने के बाद दफन किए जाने की आशंका है। बताया जाता है कि इस गैंग के सदस्यों ने राह चलते लोगों के मोबाइल से संपर्क किया था। उन लोगों ने ओमप्रकाश की शिनाख्त कर ली है।
अपहरण के दिन सहीराम जयपुर से सोहनलाल व शहाबुद्दीन की मॉनिटरिंग कर रहा था। भंवरी मामले में सहीराम इस समय रिमांड पर है, जबकि मदेरणा जेल में हैं। जिन दो अन्य आरोपियों से सहीराम का सामना कराया गया, उनमें सोहनलाल व शहाबुद्दीन हैं। ये दोनों भी जेल में हैं।
चारों आरोपियों से बुधवार को भी सुबह 11 से दोपहर 3 बजे तक पूछताछ होगी। इस क्रॉस इंटेरोगेशन में आरोपियों के बयानों को वेरिफाई किया जा रहा है। अब तक इनसे हुई अलग-अलग पूछताछ में सभी ने विरोधाभासी बयान दिए थे। मदेरणा ने अपहरण में खुद का हाथ होने से इनकार किया था।
ओमप्रकाश को पहनाई हथकड़ी व नकाब
भंवरी को ठिकाने लगाने वाली दूसरी गैंग के ओमप्रकाश विश्नोई को हथकड़ी पहना कर पूछताछ के लिए ग्रामीण पुलिस लाइन ले जाया गया। हालांकि, सीबीआई ने कोर्ट से हथकड़ी पहनाने की इजाजत नहीं ली है, लेकिन वह देचू और ओसियां में पुलिस पर फायरिंग कर चुका है, इसलिए उसे हथकड़ी पहनाई गई।
सीबीआई उससे उस जगह के बारे में पूछताछ कर रही है, जहां भंवरी को ठिकाने लगाने के बाद दफन किए जाने की आशंका है। बताया जाता है कि इस गैंग के सदस्यों ने राह चलते लोगों के मोबाइल से संपर्क किया था। उन लोगों ने ओमप्रकाश की शिनाख्त कर ली है।
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