साल 2012 का प्रारंभ इस बार रविवार से हो रहा है। रवि यानी सूर्य। यदि आप चाहते हैं कि नया साल आपके लिए सफलता और कामयाबी लेकर आए तो नए साल के दिन आप सूर्य यंत्र की स्थापना व पूजन करें तो आपका पूरा साल अच्छा बीतेगा और सफलता मिलेगी।
सूर्य यंत्र दो प्रकार के होते हैं। पहला नौग्रहों का एक ही यंत्र होता है तथा दूसरा नौग्रहों का अलग-अलग नौयंत्र होता है। प्राय: दोनों यंत्रों के एक जैसे ही कार्य एवं लाभ होते हैं। इस यंत्र को सम्मुख रखकर नौग्रहों की उपासना करने से सफलता तो मिलती ही है साथ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी स्वत: ही समाप्त हो जाती हैं। व्यापार में लाभ होता है, समाज में यश तथा प्रतिष्ठा प्राप्त होती है
यंत्र की स्थापना व पूजन
- रविवार के दिन सुबह तांबे पर निर्मित सूर्य यंत्र की स्थापना करने से पहले इसका पूजन करें।
- सूर्य की ओर मुख करके एक बर्तन में इस यंत्र को रखें और जल चढ़ाएं। लाल पुष्प, कुंकुम, अष्टगंध आदि से पूजन करें। इसके बाद पुन: जल चढ़ाएं।
- इसके बाद उसी स्थान पर बैठकर ऊँ घृणि सूर्याय नम:मंत्र का 108 बार जप करें।
- इसके बाद इस यंत्र को पूजन कक्ष में स्थापित कर दें।
- अब नियमित रूप से इस यंत्र की विधि-विधान से पूजन करें।
- इस प्रकार पूजन करने से आपकी हर मनोकामना पूरी होगी और जीवन में सफलता मिलेगी।
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