मुख्यमंत्री ने बाडमेर की सडकों की समीक्षा की
बाडमेर, 3 जनवरी। मुख्यमंत्री आोक गहलोत ने मंगलवार को वीडियों कांफ्रेसिंग के जरिये बाडमेर जिले की सडकों तथा कानून व्यवस्था की समीक्षा की।
इस मौके पर सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियन्ता आिक अली ने बताया कि बाडमेर जिले में सडकों की कुल लम्बाई 8414 किलोमीटर है तथा मरम्मत योग्य सडकों का काम प्रगति पर है। उन्होने बताया कि बाडमेरजोधपुर राश्ट्रीय राजमार्ग 112 का बागुण्डी से पचपदरा के वैकल्पिक मार्ग खेड पचपदरा 10 किलोमीटर सडक लाइफ लाईन के तौर पर प्रयोग में आ रही है जो कि अत्यन्त क्षतिग्रस्त है। इस पर मुख्यमंत्री ने उक्त सडक की मरम्मत के प्रस्ताव भेजने के निर्दो दिए। इसी तरह पुलिस अधीक्षक संतोश चालके ने जिले में कानून व्यवस्था की जानकारी दी। उन्होने बताया कि गुण्डा एक्ट के तहत जिले में 19 लोगों को निश्कासित किया जा चुका है वहीं आरडीएक्स तस्करी के इनामी सभी 6 आरोपी गिरफतार किए जा चुके है।
वीडियों कांफ्रेसिंग में जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान, मुख्य कार्यकारी अधिकारी छगनलाल श्रीमाली सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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खादी ग्रामोद्योग प्रदार्नी का आयोजन 6 से
बाडमेर, 3 जनवरी। राजस्थान खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड, जिला उद्योग केन्द्र द्वारा जिला स्तरीय खादी ग्रामोद्योग प्रदार्नी का आयोजन वृद्घावनधाम स्टोन रोड बाडमेर में 6 से 20 जनवरी तक किया जाएगा।
खादी प्रदार्नी के संयोजक भीखाराम चौधरी ने बताया कि इस मेले में खादी की संस्थाएं, समितियां, आरईजीपी, पीएमईजीपी योजना में लाभान्वित ग्रामोद्योग इकाईयां एवं अन्य ग्रामोद्योग व्यक्तिगत इकाईया स्टाल लगाने हेतु 6 जनवरी तक संयोजक खादी प्रदार्नी जिला उद्योग केन्द्र बाडमेर के पास स्टॉल की बुकिंग करवा सकते है। स्टॉल किराया खादी संस्था, समिति के लिए 2500 रूपये, वित पोशित खादी बोर्ड, कमीान की इकाईयो के लिए 3000 रूपये एवं अन्य ग्रामोद्योग इकाईयों हेतु 4500 रूपये निर्धारित किया गया है।
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परिवार कल्याण िविरों का कार्यक्रम निर्धारित
बाडमेर, 3 जनवरी। जिला प्रासन, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सहयोग से जनवरी माह में जिले में विभिन्न स्थानों पर परिवार कल्याण िविरों का आयोजन किया जाएगा। िविरों में परिवार कल्याण के साथसाथ मातृ एवं िु स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध रहेगी।
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जितेन्द्रसिंह ने बताया कि 4 जनवरी को चवा, 5 को सरणू, 6 को कवास व राणीगांव, 7 को बिला व समदडी, 8 को गडरारोड, 9 को िव व सोनडी, 10 को बाखासर, धोरीमना व बायतु, 11 को रामसर व सिवाना, 12 को चौहटन, गूंगा व कल्याणपुर, 13 को सिणधरी व खडीन, 14 को ओगाला व पचपदरा, 15 को िव, भूणिया व मण्डली, 16 को गुडामालानी व मोकलसर, 17 को सेडवा व पादरू, 18 को गिराब, 19 को भीमडा व रतासर, 20 को धोरीमना , गडरारोड व जसोल, 21 को कवास, भीयाड, नोखडा व समदडी, 22 को बिला व रमणीया, 23 को तारातरा व गिडा, 24 को सिवाना, 25 को बायतू, 27 को चौहटन, सिणधरी व पाटोदी, 28 को बाटाडू, सनावडा व गुडामालानी, 29 को रामसर, पचपदरा व कल्याणपुर, 30 को धोरीमना, हरसाणी व पारलू तथा 31 जनवरी को भाडखा में परिवार कल्याण िविर का आयोजन किया जाएगा।
सेना ने राजस्थान में चिकित्सा राहत प्रदान की
राजस्थान में राज्य सरकार के चिकित्सकों द्वारा की गई हड़ताल से स्वास्थ्य सेवायें बुरी तरह से प्रभावित हुई, सेना ने इस नाजुक घड़ी में चौबीसों घण्टे चिकित्सा सुविधा पहुँचाकर अत्यन्त सराहनीय कार्य किया। राज्य प्रशासन के अनुरोध पर सेना ने अपने मेडिकल संसाधनों व डाक्टरों की टीम को राजस्थान के लोगों को मेडिकल सुविधाऐं प्रदान करने हेतु रवाना किया।
सेना ने जरूरतमंद लोगों को नियमित चिकित्सा सुविधाऐं प्रदान कीं। सेना के डाक्टरों के दल ने 23 दिसम्बर 2011 से 31 दिसम्बर 2011 तक वगैर विराम के राजस्थान के हर क्षेत्र में जाकर चिकित्सा सुविधाऐं उपलब्ध कराई। इस दौरान उन्होंने गंभीर रूप से बीमारों की गहन चिकित्सा तथा गर्भवती महिलाओं को प्रसव सुविधाऐं प्रदान करके अत्यन्त सराहनीय कार्य किया।
इस अवधि के दौरान सरकारी अस्पतालों, आर्मी पॉलीक्लिीनिकों तथा सैनिक अस्पतालों में सेना के डाक्टरों द्वारा लगभग आठ हजार मरीजों का इलाज किया गया। सेना द्वारा दी गई चिकित्सा सुविधा से राज्य सरकार को सरकारी चिकित्सकों द्वारा राज्य के अनेक अस्पतालों में पैदा की गई इस नाजुक स्थिति से निपटने में मदद मिली।
सेना के इस सेवाभाव से लोगों में न केवल सेना की साख में वृद्धि हुई है अपितु मौका पड़ने पर सिविल प्रधिकारियों की मदद पहुँचाने में सेना के सकारात्मक सोच को भी प्रस्तुत किया है।
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