रविवार, 11 दिसंबर 2011

तीन मकान में चोरी, जेवरात सहित लाखों का माल पार


तीन मकान में चोरी, जेवरात सहित लाखों का माल पार

 वासा गांव के सूने पड़े तीन मकान के ताले तोड़ दिया वारदात को अंजाम

 

पुलिस की शिथिलता से ग्रामीणों में रोष

रोहिड़ा वासा गांव में सूने तीन मकानों के ताले तोड़ चोर लाखों रुपए के जेवरात, चांदी की मूर्ति व नकदी ले गए। शनिवार सुबह सूचना देने के बाद शाम को मौके पर पुलिस पहुंचने से ग्रामवासियों में रोष व्याप्त रहा।

पुलिस के अनुसार वासा निवासी जगदीश व्यास पुत्र चिमनलाल व्यास व कन्हैया लाल पुत्र धर्मदत्त दवे के बंद पड़े मकानों की छत पर लगे दरवाजे के ताले तोड़ चोर अंदर घुसे। इसके साथ ही कांतिलाल वोरा के बंद मकान के मुख्य दरवाजे पर लगा ताला तोड़ घर में प्रवेश किया। ग्रामीणों की सूचना पर कन्हैयालाल दवे ने देसावर मुंबई से वासा आकर घर में रखे सामान की जानकारी ली। कन्हैयालाल ने बताया कि तिजोरी में पड़े एक लाख रुपए जो कि उन्होंने मकान के रंग रोगन के लिए रखे थे। मजदूरी के देने के लिए 8000 रुपए व पांच रुपए के सिक्के की थैली व दस रुपए के सिक्के की थैली और विष्णु भगवान, शंकर भगवान, गणपति, लक्ष्मी व कृष्ण भगवान की चांदी की पांच-पांच तोले वजन की पांच मूर्तियां भी चोर ले गए। शनिवार शाम तक दूसरे मकान मालिक के वासा गांव नहीं पहुंचने से उनके मकान में हुई चोरी की वारदात का पता नहीं चल पाया ।

पुलिस के खिलाफ रोष जताया

वासा गांव में हुई चोरी की वारदात को लेकर रोहिड़ा थाने में सूचना देने के बावजूद देर शाम तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। इससे ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ रोष जताया। वासा के उपसरपंच रमणलाल दवे पुलिस को बुलाने शाम को पुलिस थाने पहुंचे। ग्रामवासियों ने बताया कि वासा में महीने भर पहले भी सूर्यनारायण मंदिर के भी तीन बार ताले टूट चुके हैं। बाद में थानाधिकारी नरपाल सिंह घटना स्थल पहुंचे, उन्होंने मौका मुआयना किया।

चोरों को यूं दिया न्योता

जिले की पुलिस सीएलजी बैठक में हमेशा सभी को सतर्क करती आ रही है कि बंद मकान छोडऩे से पहले पुलिस के साथ ही पड़ोसियों को भी सूचना जरूर दे, ताकि पुलिस गश्त के साथ ही पड़ोसी ध्यान रखे लेकिन यहां उल्टा ही नजारा था। कांतिलाल वोरा के मकान पर लगे बिजली के मीटर बॉक्स पर पेपर चिपका उस पर लिख दिया कि हम मुंबई रहते है एडवांस भरा हुआ है। ताकि जिसे नहीं पता हो उसे भी पता चल जाए कि मकान सूना है। 




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