रविवार, 11 दिसंबर 2011

अनशन लाइव: अन्‍ना ने बापू की समाधि पर माथा टेका



नई दिल्‍ली. अन्ना हजारे ने राजघाट पहुंचकर बापू की समाधि पर माथा टेका है। अन्‍ना अभी समाधि के समीप मौन-ध्‍यान पर बैठे हैं। राजघाट पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्‍त हैं। राजघाट पर अन्‍ना के साथ उनकी टीम के सदस्य भी मौजूद हैं।



इसके बाद वह जंतर-मंतर पर एक दिन के अनशन पर बैठेंगे। अन्‍ना के साथ चार और लोग अनशन पर बैठेंगे। इनमें अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया, कुमार विश्‍वास और संजय सिंह शामिल हैं। अन्‍ना हजारे ने देशवासियों से अनशन की अपील की है। दिल्ली समेत 45 शहरों में अन्ना समर्थक सांकेतिक अनशन पर बैठेंगे। मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, लखनऊ, चंडीगढ़, हैदराबाद, भोपाल, पुणे, अहमदाबाद, बैंगलोर समेत और कई शहरों में अन्ना समर्थकों का धरना सुबह 8 बजे से शाम 7 बजे तक चलेगा। मुंबई में टैक्सीवालों ने अन्ना के समर्थन में उतरने का ऐलान किया है।

अन्‍ना अन्ना राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि देने के बाद जंतर मंतर पर धरने के लिए पहुंचेंगे। फिर 10 बजे से जंतर-मंतर पर उनका अनशन शुरू होगा। जंतर-मंतर पर अन्‍ना समर्थकों का जुटना शुरू हो गया है। 128 लाउड स्‍पीकरों के इंतजाम किए गए हैं। दिल्‍ली पुलिस ने सुरक्षा के इंतजाम के तहत एक हजार कांस्‍टेबल तैनात किए हैं।

अन्‍ना हजारे ने सरकार पर देश को धोखा देने का आरोप लगाया है। अन्ना ने कहा कि अगर 22 दिसंबर तक उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे 27 दिसंबर से आंदोलन करेंगे। अन्ना ने कहा कि वे 27 दिसंबर से आंदोलन शुरू करेंगे और अगले दो साल यानी लोकसभा चुनाव तक इसे जारी रखेंगे। सरकार के लोकपाल विधेयक के विरोध में अन्ना ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘पूरे देश को धोखा दिया गया है। हमें लगता है कि इसके पीछे राहुल गांधी का हाथ है।’
आप भी नेताओं से पूछिए लोकपाल पर सवाल
टीम अन्ना ने रविवार को अन्ना के अनशन के दौरान लोकपाल पर बहस के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों को न्यौता भेजा है। इस बहस में राजनीतिक नेताओं को लोकपाल पर जनता के सामने अपना पक्ष रखने और लोगों को उनसे सवाल करने का मौका मिलेगा।

टीम अन्‍ना के सदस्‍य अरविंद केजरीवाल ने बताया कि भाजपा से अरुण जेटली, सपा से राम गोपाल यादव, सीपीआई से ए बी बर्द्धन, माकपा से वृंदा करात, जद(यू) से शरद यादव, बीजद से पिनाकी मिश्रा और टीडीपी से चंद्र बाबू नायडू इस बहस में हिस्‍सा लेंगे। जबकि कांग्रेस और इसकी अगुवाई में केंद्र की यूपीए सरकार में सहयोगी दलों का कोई प्रतिनिधि मौजूद नहीं रहेगा। यह बहस दोपहर डेढ़ बजे से शाम पांच बजे तक चलेगी।

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