रविवार, 11 दिसंबर 2011

पांच सौ रुपए में टूट गई जेल


पुलिस ने जब्त किया बैग जिसमें पहुंचाई गई थी आरियां



पांच सौ रुपए में टूट गई जेल

होमगार्ड ने पांच सौ रुपए लेकर पहुंचाया था मोबाइल, जेल में अपनी ड्यूटी पूरी कर चुका था होमगार्ड, होमगार्ड की संदिग्ध भूमिका

जालोर जालोर जेल की मोटी मोटी सलाखें मात्र पांच सौ रुपए में टूट गई। पैसों का लालच इस जेल के लिए ऐसा सुराख बना कि एक एक कर चौदह कैदी यहां से फरार हो गए।

जेल की सुरक्षा में लगे होमगार्ड कूका राम ने मात्र पांच सौ रुपए के लिए जेल की सुरक्षा को दर किनार कर दिया। उसी ने इन रुपयों की एवज में मुख्य सूत्रधार कमल सिंह तक मोबाइल पहुंचाया और इसके बाद इसी मोबाइल के जरिए जेल को तोडऩे की साजिश रची गई। यह होमगार्ड जेल तोडऩे के एक दिन पूर्व ही अपनी ड्यूटी पूरी कर चला गया। इसके बाद दूसरे होमगार्ड की ड्यूटी लगी। उसी रात कैदियों ने इस वारदात को अंजाम दिया। कूका राम इस समय पुलिस की गिरफ्त में है और उससे पूछताछ की जा रही है। गौरतलब है कि इस पूरे मामले में होमगार्ड की संदिग्ध भूमिका को लेकर  पहले खुलासा कर दिया था। इधर, पुलिस ने वह बैग भी जब्त कर लिया है जिसमें रखकर आरियां अंदर भिजवाई गई थी। अब पुलिस को उस व्यक्ति की तलाश है जिसने आरियां रखवाई। शनिवार को जेल में नए डिप्टी जेलर लक्ष्मीनारायण ने पदभार भी ग्रहण कर लिया।

राजेंद्र देवासी ने लाकर दिया था मोबाइल

कमल सिंह तक पहुंचाने के लिए राजेंद्र देवासी ने कूका राम को मोबाइल दिया था। साथ ही इसकी एवज में उसने पांच सौ रुपए भी दिए। उसने यह मोबाइल जेल तोडऩे के तीन दिन पहले ही लाकर दे दिया था। जिसके बाद कूका राम ने कमल सिंह तक यह मोबाइल पहुंचाया। इसके बाद कमल सिंह ने राजेंद्र देवासी से बातचीत कर जेल तोडऩे की साजिश रची।

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