भीलवाड़ा. भीलवाड़ा.देश की ख्यातनाम कंपनी आरसीएम द्वारा ग्राहकों के 1500 से 2000 करोड़ रु. ठगने का खुलासा हुआ है। पुलिस ने शनिवार को कंपनी पर छापा मारा। इसके डायरेक्टर त्रिलोकचंद छाबड़ा, उसके बेटे सौरभ, बेटी प्रियंका, भाई भागचंद व कैलाश चंद्र छाबड़ा फरार हैं।
ये विदेश नहीं भाग सकें, इसके लिए देशभर के हवाई अड्डों पर सूचना दे दी गई है। कंपनी के चार अधिकारियों अरुणप्रकाश श्रीवास्तव, अशोक दीक्षित, विपिन मिश्रा व राजकुमार माली को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसपी उमेशचंद्र दत्ता ने बताया कि आरसीएम बिजनेस के यहां से एफसीआई के 9500 कट्टे गेहूं व आटे के 2100 कट्टे मिले हैं। इसके अलावा 15 बैंकों में 40 खाते मिले, जिन्हें फ्रीज कर दिया गया है। कंपनी का मुख्य सर्वर और वाहन आदि जब्त कर लिए गए हैं।
आरसीएम 1500 रु. में सदस्य बनाती और उसे आगे सदस्य बनाने को कहती। इसमें दो लेग ए और बी चलती थी। दोनों लेग में 5 से 10 हजार रु. तक 10 प्रतिशत कमीशन बतौर बोनस दिया जाता।बिजनेस की राशि के हिसाब से बोनस बढ़ता जाता।
जो सदस्य एक से 30 तारीख तक जितने मैंबर बनाता उसे एक तारीख को हिसाब दे दिया जाता था। इसके बाद उसे अगले महीने जीरो से शुरुआत करनी पड़ती थी। ग्राहकों को प्लान समझाते हुए ताउम्र पैसा मिलने का झांसा दिया जाता था, लेकिन वास्तव में ऐसा हो नहीं रहा था।
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