बुधवार, 2 नवंबर 2011

कलेक्टर का नवाचार कागज की थैलियों से होगा महिलाओं का आर्थिक उन्नयन


कलेक्टर का नवाचार 

कागज की थैलियों से होगा महिलाओं का आर्थिक उन्नयन 

बाडमेर, 2 नवम्बर। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने महिला दस्तकारों के आर्थिक साक्तिकरण के लिए कागज की थैलियों के निर्माण तथा विपणन की पहल की है। साथ ही इनसे प्लास्टिक की थैलियों के विकल्प के रूप में विकसित होने से पर्यावरण प्रदूशण से भी निजात मिलेगी। 
जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्लास्टिक कैरी बैग के प्रयोग पर पूर्णतया प्रतिबन्ध के पचात इनके विकल्प के रूप में कागज की थैलियों के इस्तेमाल के लिए लोगों को प्रेरित किया जाएगा। साथ ही कागज की थैलियों का निर्माण महिला दस्तकारों से वृहद स्तर पर करवाया जाएगा ताकि उन्हें घर बैठे रोजगार मिलने से उनका आर्थिक साक्तिकरण हो सकेगा। जिला कलेक्टर ने विवकर्मा संस्थान को इस योजना के लिए विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर पॉयलट प्रोजेक्ट के रूप में कि्रयान्वयन करने के निर्दो दिए है। 
डॉ. प्रधान ने बताया कि विवकर्मा आपूर्ति एवं निर्माण संस्थान से जुडी महिला दस्तकारों ने उनसे हस्तिल्प के उत्पादों की विपरण तथा विक्रय से पर्याप्त आमदनी नहीं होने की समस्या से अवगत कराया था इसलिए इन महिलाओं को विकल्प के रूप में कागज की थैलियों के निर्माण के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होने बताया कि निर्माण के पचात कागज की थैलियों के विपणन तथा विक्रय के लिए जिला प्रासन द्वारा पूरा सहयोग किया जाएगा। उन्होने बताया कि जिले के नगरीय क्षेत्रों में कागज की थैलियों के इस्तेमाल के लिए नगर पालिका को निर्दो दिए गए है कि वे फुटकर तथा खुदरा व्यापारियों, हाथ ठेलों तथा थडी, सब्जी विक्रेताओं को पाबन्द करें कि वे कागज की थैलियों का ही इस्तेमाल करें। 
जिला कलेक्टर ने बताया कि प्लास्टिक की थैलियों की रोक के पचात प्रासन द्वारा नियमित रूप से धरपकड अभियान चलाकर इनकी बरामदगी की जा रही है, लेकिन विकल्प उपलब्ध नहीं होने तथा जागरूकता के अभाव में प्लास्टिक की थैलियों पर पूर्णतः प्रतिबन्ध नहीं लग पाया है। इसलिए प्लास्टिक की थैलियों के विकल्प के रूप में कागज की थैलियों का वृहद स्तर पर उत्पादन होने से महिला हस्तिल्पियों के आर्थिक साक्तिकरण के साथ साथ ही यह पर्यावरण के भी अनुकूल है। कागज की थैलियों के इस्तेमाल से स्वच्छता एवं साफ सफाई का भी उन्नयन होगा। 
डॉ. प्रधान ने बताया कि जिले के सभी उपखण्ड अधिकारियों तथा तहसीलदारों को निर्दो दिए गए है कि वे जिले में प्लास्टिक की थैलियों की रोकथाम के लिए नियमित अभियान चलाने के साथ साथ लोगों को इस बात के लिए प्रेरित करे कि प्लास्टिक पर्यावरण के लिए हानिकारक है तथा इनके इस्तेमाल से पृथ्वी के वातावरण के साथ साथ जानवरों को भी नुकसान पहुंच रहा है, इसलिए लोग स्वयं प्लास्टिक की थैलियों का इस्तेमाल करने में परहेज करें तथा कागज की थैलियों के लिए पहल करें। उन्होने लोगों को कागज की थैलियों का इस्तेमाल करने की अपील की है। 


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें