बुधवार, 2 नवंबर 2011

देवूदेवी हत्याकांड का खुलासा, आरोपी गिरफ्तार

बदनियत से घर में घुसा था आरोपी, परिवार का परिचित भी था
भीनमाल पुलिस ने बहुचर्चित देवूदेवी चौधरी हत्याकंाड का एक माह बाद खुलासा कर एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस उपअधीक्षक जयपालसिंह यादव ने बताया कि गत २ अक्टूबर रात को कोडी निवासी देवूदेवी (६५) पत्नी हीराराम चौधरी घर के बाहर आंगन में सो रही थी। देर रात अज्ञात व्यक्ति ने देवूदेवी का गला घोंटकर हत्या करने के बाद घर के अंदर सो रही उसकी पुत्रवधु बदामी पत्नी मफाराम चौधरी को भी घायल कर दिया था। इस मामले की जांच के बाद पुलिस ने कोड़ी निवासी कालू उर्फ कालिया (२५) पुत्र वरधाराम पुरोहित को गिरफ्तार किया है। जिसे बुधवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।

ग्रामीणों ने किया था धरना प्रदर्शन : हत्या के बाद करीब एक सप्ताह तक मामले का खुलासा नहीं होने से नाराज ग्रामीणों ने ७ अक्टूबर को सरहद कोड़ी में भीनमाल-रानीवाड़ा मार्ग को करीब चार घंटे जाम कर पुलिस के प्रति आक्रोश व्यक्त किया था। इस दौरान पुलिस ने बल प्रयोग कर बड़ी मुश्किल से मार्ग बहाल करवाया था। इसके बाद २० अक्टूबर को उपखंड मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया था। जिसमें भाजपा जिलाध्यक्ष नारायणसिंह देवल, विधायक पूराराम चौधरी, सांचौर विधायक जीवाराम चौधरी और रानीवाड़ा के पूर्व विधायक रतनाराम चौधरी सहित विभिन्न दलों के पदाधिकारियों ने भाग लेकर धरने का समर्थन किया था। २४ अक्टूबर तक पुलिस द्वारा मामले का खुलसा नहीं करने और धरनार्थियों की सूध नहीं लेने से नाराज ग्रामीणों ने दीपावली नहीं मनाने और दीपावली के दिन पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के पूतले जलाने की चेतावनी दी थी। जिसके बाद २५ अक्टूबर को देर शाम पुलिस उप अधीक्षक जयपालसिंह यादव ने विधायक पूराराम चौधरी से मध्यस्था करवाकर १५ दिन के भीतर मामले का खुलासा करने का आश्वासन दिया था।


बदनियत से घूसा था घर में : आरोपी कोड़ी निवासी कालू उर्फ कालिया के परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण कालू ने पढ़ाई की बजाय बस व ट्रकों पर खलासी की नौकरी की। इस कारण उसकी लत शराब पीने की पड़ गई। शराब पीने के बाद वह अक्सर बदनियत से रात्रि के दौरान घरों में घूस जाता था। कई बार ग्रामीणों ने इसे पकड़कर मारपीट के बाद भगाना उचित समझा।

पुलिस के अनुसार दो अक्टूबर की रात्रि को कालू उर्फ कालिया ने भीनमाल में शराब पी। करीब १० बजे बाद वह एक निजी ट्रेवल्स की बस से कोड़ी पहुंचा। वहां शराब की दुकान खुलवाकर पुन: शराब पी। इसके वह बाद देवूदेवी के घर पहुंचा। देवूदेवी की पुत्रवधु बदामी देवी ने आरोपी कालिया के काकाई भाई को धर्मभाई बना रखा है। इस कारण बदामी का उसके काका के घर आना-जाना रहता था। जहां आरोपी कालिया की नजर बदामी पर रहती थी। इस कारण वह घटना की रात उसके घर पहुंचा।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें