सोमवार, 3 अक्टूबर 2011

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दूसरे नेताओं को बिजली के मुद्दे पर खरी-खरी सुनाई।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार सुबह प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में उद्योग व्यापार प्रकोष्ठ से जुड़े नेताओं और दूसरे नेताओं को बिजली के मुद्दे पर खरी-खरी सुनाई।

मुख्यमंत्री गांधी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद जैसे ही पीसीसी के हॉल में खड़े हुए उनके चारों ओर नेताओं-कार्यकर्ताओं की भीड़ लग गई।

इस पर मुख्यमंत्री ने कुछ नेताओं की ओर इशारा करते हुए कहा यहां पीसीसी में गांधी जयंती मनाने आते हो और बाहर जाकर सरकार की बुराई करते हो, बिजली नहीं आने के बयान देते हो। व्यापारियों पर लाठीचार्ज करने के बयान दे दिए, जबकि ऐसा कोई गंभीर मामला था ही नहीं।

मुख्यमंत्री इतने पर भी नहीं रुके। उन्होंने कहा, बाहर के प्रदेशों में जाकर देखो, बिजली की क्या स्थिति है? गुजरात जाकर देखो। जब जेनरेटर चलाओगे, तब पता लगेगा।

मुख्यमंत्री का यह रूप देखकर एकबारगी तो वहां मौजूद नेता और कार्यकर्ता अवाक रह गए। पीसीसी में दिनभर मुख्यमंत्री का नेताओं को इस अंदाज में खरी-खरी सुनाना चर्चा का विषय बना रहा।

उल्लेखनीय है कि शनिवार को ही कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डॉ.चंद्रभान ने प्रदेश में बिजली आपूर्ति की स्थिति की खराब बताते हुए सरकार से तुरंत व्यवस्था सुधारने की मांग की थी। अगले ही दिन पीसीसी में बिजली के मुद्दे पर मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया पर राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हो गईं।

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