शुक्रवार, 7 अक्तूबर 2011

बाड़मेर सुदर्शनशक्ति अभ्यास के लिए आने लगे जवान



बाड़मेर सुदर्शनशक्ति अभ्यास के लिए आने लगे जवान 
 
बाड़मेर दक्षिणी सेना के सैनिक रेगिस्तान में अपने वार्षिक सैनिक अभ्यास हेतु पहुँचने लगे हैं। यह प्रशिक्षण नवंबर से दिवसंबर माह तक चलेगा और एक प्रमुख अभ्यास ॔सुदर्शन शक्ति’ के रूप में समाप्त होगा, जिसमें दक्षिणी सेना की युद्ध तैयारी त्रि सेना वातावरण में प्रमाणित होगी।

सुदर्शन शक्ति अभ्यास एक संपूर्ण थिएटर युद्ध सिद्घान्त होगा और इसका प्रतिनिधित्व ले0 जनरल ए0 के0 सिंह, ए0 वी0 एस0 एम0, एस0 एम0, वी0 एस0 एम0, ए0 डी0 सी0 करेंगे तथा जिसकी अगुवाई में 21 कोर होगी और इसका समर्थन दक्षिणी सेना के अन्य सभी तत्व करेंगे। सैन्य अभ्यास का प्रारम्भ छोटी टुकड़ी कार्यवाही के साथ होगा जो बाद में उच्च श्रृंखला में चलकर एक बड़े आकार में युद्ध अभ्यास का रूप लेकर जी0 ओ0 सी0 21 कोर के संरक्षण में होगा।

इस युद्ध अभ्यास में तरहतरह के युद्ध कौशल एक युद्ध अनुकूल वातावरण में मिश्रित लड़ाकू प्रणाली द्वारा वायु तथा सैन्य शक्ति गुणकों और संचार तंत्र द्वारा समर्थित होंगे।

दक्षिणी सेना क्षमता आधारित दृष्टिकोण प्राप्त करने के लिए कार्य कर रही है जो परिवर्तनीय प्राथमिकताओं के विस्तार सम्बन्धी संगठनात्मक ाँचों और नयी तकनीकों को करके विशेष रूप से त्रुटि रहित हथियार और गोला बारूद, अग्रिम जाँच प्रणाली, अंतरिक्ष और नेटवर्क केन्द्रित क्षमता भारतीय सेना के परिवर्तनीय अध्ययन द्वारा उपलब्ध संपूर्ण नेतृत्व के अधीन प्राप्त कर रही है और जिसके मुख्य प्रेरणा स्रोत सेना अध्यक्ष और दक्षिणी सेना कमांडर हैं।

इस अध्ययन की मुख्य विशेषता दक्षिणी सेना और इसके समकक्ष भारतीय वायुसेना और भारतीय नवसेना का सामुहिक अभ्यास है। यह अभ्यास इनका सहयोग ध्यान से देखेगा जबकि अन्तर सेवाओं की कार्यक्षमताओं की जाँच की जायेगी और लगातार परिवर्तनीय युद्ध सम्बन्धी आवश्यकताओं के अनुसार परिवर्तन सुनिश्चित किये जायेंगे।

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