नवजात बिटिया को जिंदा खेत में गाड़ा
बुरहानपुर। एक दिन पहले ही प्रदेशभर मे बेटी बचाओ अभियान शुरू हुआ है, लेकिन बेटियों पर अत्याचार थमता नहीं दिखता। बुरहानपुर के ग्राम बोहड़ला में गुरूवार को अज्ञात व्यक्ति ने एक दिन की नवजात बच्ची को खेत में जिंदा गाड़ दिया। खेत मे काम कर रहे एक किसान ने नवजात की आवाज सुनी और उसे बाहर निकाला।
अस्पताल में भर्ती, स्वस्थ
मोहन संगम फाटे पर बोहड़ा के किसान दिनकर पाटिल को उनके केले के खेत में नवजात की आवाज सुनाई दीं। वे वहां पहुंचे तो उन्हें खेत में आधी गड़ी नवजात दिखाई दी। उन्होंने बच्ची को बाहर निकालकर पुलिस को फोन किया। पुलिस ने नवजात को अस्पताल पहुंचाया, जहां तत्काल उसका इलाज हुआ। अब वह स्वस्थ है। फिलहाल उसे शिशु रोग विशेषज्ञ की देखरेख मे रखा गया है। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध धारा 317 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
जिला चिकित्सालय प्रभारी डॉ. जैनुद्दीन बोहरा ने बताया कि नवजात को इंदौर मेडिकल कॉलेज मे शुक्रवार सुबह पहुंचाया जाएगा।
शिक्षामंत्री चिटनीस करेंगी परवरिश
शिक्षामंत्री अर्चना चिटनीस ने कन्या की जिम्मेदारी ले ली है। उन्होंने चांदी की कटोरी और चम्मच के साथ कपड़े दिए हैं। मंत्री ने बच्ची को बचाने वाले किसान और चिकित्सकों को पुरस्कृत करने की बात कही है।
बुरहानपुर। एक दिन पहले ही प्रदेशभर मे बेटी बचाओ अभियान शुरू हुआ है, लेकिन बेटियों पर अत्याचार थमता नहीं दिखता। बुरहानपुर के ग्राम बोहड़ला में गुरूवार को अज्ञात व्यक्ति ने एक दिन की नवजात बच्ची को खेत में जिंदा गाड़ दिया। खेत मे काम कर रहे एक किसान ने नवजात की आवाज सुनी और उसे बाहर निकाला।
अस्पताल में भर्ती, स्वस्थ
मोहन संगम फाटे पर बोहड़ा के किसान दिनकर पाटिल को उनके केले के खेत में नवजात की आवाज सुनाई दीं। वे वहां पहुंचे तो उन्हें खेत में आधी गड़ी नवजात दिखाई दी। उन्होंने बच्ची को बाहर निकालकर पुलिस को फोन किया। पुलिस ने नवजात को अस्पताल पहुंचाया, जहां तत्काल उसका इलाज हुआ। अब वह स्वस्थ है। फिलहाल उसे शिशु रोग विशेषज्ञ की देखरेख मे रखा गया है। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध धारा 317 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
जिला चिकित्सालय प्रभारी डॉ. जैनुद्दीन बोहरा ने बताया कि नवजात को इंदौर मेडिकल कॉलेज मे शुक्रवार सुबह पहुंचाया जाएगा।
शिक्षामंत्री चिटनीस करेंगी परवरिश
शिक्षामंत्री अर्चना चिटनीस ने कन्या की जिम्मेदारी ले ली है। उन्होंने चांदी की कटोरी और चम्मच के साथ कपड़े दिए हैं। मंत्री ने बच्ची को बचाने वाले किसान और चिकित्सकों को पुरस्कृत करने की बात कही है।
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