हमारी सुरक्षा व्यवस्था कमजोर:पीएम
नई दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर बुधवार को हुए धमाके के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने साफ कहा कि हमारी सुरक्षा व्यवस्था में खामी है। इसका आतंकी फायदा उठा रहे हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि इस ब्लास्ट के बारे में अहम सुराग लगा लिए गए हैं।
सिंह के इस बयान के बाद विपक्ष को एक बार फिर सरकार को कटघरे में खड़ा करने का मौका मिल गया है। विपक्ष का कहना है कि आखिर जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की नहीं है तो फिर है किसकी। विपक्षी दलों ने सरकारी खुफिया एजेन्सियों की विफलता की भी आलोचना की है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ढाका की दो दिवसीय यात्रा से लौटने के बाद एयरपोर्ट से सीधे राममनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचे तथा वहां भर्ती घायलों की कुशलक्षेम पूछी।
दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिले
हालांकि सत्तारूढ और विपक्षी दलों ने बुधवार को दिल्ली उच्च न्यायालय परिसर में पूर्वाह्न हुई बम विस्फोट की घटना को आतंककारियों की कायराना हरकत बताते हुए उसकी कड़ी निन्दा की है। इस घटना में 11 लोगों की मौत हो गई तथा 76 अन्य घायल हुए हैं। भारतीय जनता पार्टी सहित विभिन्न विपक्षी दलों ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने और मृतकों के परिजनों व घायलों को उचित मुआवजा देने की मांग की।
कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा कि हम दिल्ली उच्च न्यायालय के बाहर हुए बम विस्फोट की घटना की कडी निन्दा करते हैं। इस घटना के दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए। भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने अपने शोक संदेश में मृतकों को श्रद्धाजंलि देते हुए उनके परिजनों और घायलों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की है। उन्होंने केन्द्रीय गृहमंत्री पी. चिदम्बरम को भी सलाह दी कि वह अपने राजनीतिक विरोधियों पर बन्दूक तानने की बजाय आतंककारियों से सख्ती से निपटें।
नई दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर बुधवार को हुए धमाके के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने साफ कहा कि हमारी सुरक्षा व्यवस्था में खामी है। इसका आतंकी फायदा उठा रहे हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि इस ब्लास्ट के बारे में अहम सुराग लगा लिए गए हैं।
सिंह के इस बयान के बाद विपक्ष को एक बार फिर सरकार को कटघरे में खड़ा करने का मौका मिल गया है। विपक्ष का कहना है कि आखिर जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की नहीं है तो फिर है किसकी। विपक्षी दलों ने सरकारी खुफिया एजेन्सियों की विफलता की भी आलोचना की है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ढाका की दो दिवसीय यात्रा से लौटने के बाद एयरपोर्ट से सीधे राममनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचे तथा वहां भर्ती घायलों की कुशलक्षेम पूछी।
दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिले
हालांकि सत्तारूढ और विपक्षी दलों ने बुधवार को दिल्ली उच्च न्यायालय परिसर में पूर्वाह्न हुई बम विस्फोट की घटना को आतंककारियों की कायराना हरकत बताते हुए उसकी कड़ी निन्दा की है। इस घटना में 11 लोगों की मौत हो गई तथा 76 अन्य घायल हुए हैं। भारतीय जनता पार्टी सहित विभिन्न विपक्षी दलों ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने और मृतकों के परिजनों व घायलों को उचित मुआवजा देने की मांग की।
कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा कि हम दिल्ली उच्च न्यायालय के बाहर हुए बम विस्फोट की घटना की कडी निन्दा करते हैं। इस घटना के दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए। भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने अपने शोक संदेश में मृतकों को श्रद्धाजंलि देते हुए उनके परिजनों और घायलों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की है। उन्होंने केन्द्रीय गृहमंत्री पी. चिदम्बरम को भी सलाह दी कि वह अपने राजनीतिक विरोधियों पर बन्दूक तानने की बजाय आतंककारियों से सख्ती से निपटें।
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