रविवार, 4 सितंबर 2011

मनोहर मेघवाल के कथित हत्या काण्ड .....पांच दिन बाद शव उठाया




पांच दिन बाद शव उठाया

बाड़मेर , 4 सित. मनोहर मेघवाल के कथित हत्या काण्ड में बाड़मेर जिला कलेक्टर गौरव गोयल की पहल रंग लाई और पांच दिनों से अस्पताल की मोर्चरी में सड रहा शव आखिरकार परिजनों ने उठा लिया ! कलेक्टर कार्यालय में करीब तीन घंटे तक समझाइश का दौर चला और इसके बाद परिजनों ने कलेक्टर के अश्वाशनो के बाद शव उठा कर पुलिस को सात दिन में जांच कर हत्यारे गिरफ्तार करने की बात पर मुहर लागा दी ! ज्ञातव्य हैं की मनोहर का शव पांच दिन पहले रेलवे ट्रेक पर मिला था !
बाड़मेर में पांच दिनों तक चले मनोहर हत्याकांड मामले में जिला कलेक्टर गौरव गोयल की पहल ने गतिरोध तोड़ने का काम किया हैं ! जब पुलिस पूरी तरह से हार गई तो कलेक्टर ने समझोता वार्ता का प्रस्ताव भेजा और तीन घंटो तक कलेक्टर कार्यालय में बैठक के बाद परिजनों ने शव को उठा लिया ! जिला कलेक्टर खुद अस्पताल मोर्चरी पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दे कर न्याय दिलाने की बात कही ! वही उनके साथ जिला पुलिस अधीक्षक संतोष चालके , GRP के एस पी पीपी टांक भी यहाँ मौजूद रहे !
परिजनों और मेघवाल समाज ने भी बाड़मेर कलेक्टर पर भरोसा किया हैं ! उन्होंने कहा की सात दिन में कार्यवाही का आश्वासन मिला हैं इसलिए वे शव उठा रहे हैं ! शम्भुनाथ सैलानी धर्म गुरु मेघवाल समाज ने उम्मीद जताई की पुलिस जल्द इस मामले में कोई ठोस कार्यवाही करेगी!
पांच दिन से सड रही लाश परिजनों की मौजूदगी में पुलिस के साथ मृतक के गाँव सियानी भेजा गया , वही इस मामले की जांच भी जी आर पी के पुलिस उपाधीक्षक के द्वारा की जा रही हैं ! सात दिनों बाद जांच रिपोर्ट के आधार पर कोई कार्यवाही की जाएगी ! गौरतलब हैं की मनोहर कर परिजनों का यह आरोप था की मनोहर का प्रेम प्रसंग जहाँ चल रहा था उस लड़की और उसकी माँ ने उसकी मार कर यहाँ डाला तथा आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की हैं !
क्या था पूरा मामला :-

पांच दिन पहले एक लाश महावीर नगर से होकर गुजरने वाली पटरियो पर पड़ी मिली थी ! लाश के पास पुलिस को मिले सुसाइड नोट और मोबाइल से खोज पड़ताल शुरू हुई ! सुसाइड नोट में लिखा था की में एक लड़की से बहुत प्यार करता हु लेकिन घरवाले उसे परेशान कर रहे थे इसलिए वो आत्महत्या की हैं ! इसके बाद इस की शिनाख्त मनोहर मेघवाल पुत्र टीकमा राम मेघवाल निवासी सियानी के रूप में की ! वही GRP पुलिस के अधिकारी सुसाइड नोट को आधार मान कर इसे आत्महत्या मान रहे थे ऐसे में अब परिजन हत्या का मामला दर्ज़ नहीं होने तक किसी प्रकार से लाश उठाने पर राज़ी नहीं थे ! और इस मामले में रेल रोकने की घटना भी हुई थी !
परिजनों का आरोप था कि जिस लड़की से उसके सम्बन्ध थे उसके परिजनों ने उसकी बेरहमी से हत्या कर दी हैं ! लड़के के मोबाईल में लड़की के साथ के कई अतरंग फोटो भी मिले हैं !

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