बदला मौसम लाया मलेरिया
शहर व गांवों के अस्पतालों में मरीजों की लंबी कतारें, एक सप्ताह में पचास फीसदी मरीज बढ़े, स्वास्थ्य विभाग के इंतजाम नाकाफी, मरीज परेशान
बालोतरा मौसम बदलते ही लोग मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। मलेरिया पीडि़तों की बढ़ती संख्या चिंता बढ़ाने वाली है।अस्पतालों के आउटडोर में रोजाना भीड़ लग रही है। सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रतिदिन क्षमता से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं।
ऐसे में व्यवस्थाएं लडखड़़ाने के साथ मरीज व परिजनों को आउटडोर पर्ची बनवाने से लेकर डाक्टर को दिखाने एवं दवाइयां लेने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। इस सबके बावजूद स्वास्थ्य विभाग पुख्ता इंतजाम के दावे कर रहा है। मलेरिया के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग को परेशानी में डाल दिया है। उपखंड मुख्यालय पर स्थित नाहटा अस्पताल में आउटडोर करीब साढ़े तीन सौ के करीब पहुंच गया है। वहीं भर्ती मरीजों की संख्या एक सौ पार कर गई है। सरकारी समेत निजी अस्पतालों में बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। यहां पहुंचने वाले रोगियों में मलेरिया,टाइफाइड, वायरल, खांसी -जुकाम के रोगी अधिक हैं। पिछले आठ दिनों में जिला अस्पताल में करीब दो हजार से ज्यादा लोगों ने उपचार कराया है।
पचपदरा. कस्बे में स्थित राजकीय सामुदायिक चिकित्सालय में 1 से 20 सितंबर आउटडोर में मरीजों की कुल संख्या 2332 रही। इसमें से 228 मरीजों की स्लाइडों की जांच की गई जिसमें 11 मलेरिया पीवी के मरीज पाए गए। चिकित्सालय में उपचार के लिए मरीजों में से अधिकांश मरीज सर्दी, जुकाम, खांसी व बुखार आदि बीमारियों से ग्रसित थे।
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