गुरुवार, 8 सितंबर 2011

आडवाणी बोले- दो पूर्व सांसद दोषी तो मुझे भी जेल भेजो


नई दिल्ली. नोट के बदले वोट कांड को लेकर लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी ने सरकार पर जबर्दस्त हमला बोला है। बीजेपी के संसदीय दल के नेता लालकृष्ण आडवाणी ने इस मुद्दे पर बहस की शुरुआत करते हुए कहा कि अगर उनकी पार्टी के दो पूर्व सांसद दोषी हैं, तो वे भी दोषी हैं, उन्हें भी जेल भेजा जाना चाहिए। आडवाणी ने कहा, 'दोनों पूर्व सांसदों फग्गन कुलस्ते और महावीर सिंह भगोरा ने लोकतंत्र को बचाने का काम किया है। लेकिन आज उन्हें ही जेल भेज दिया गया है। जिन लोगों ने घूस दिया वे आज आराम से बैठे हैं।' आडवाणी ने कहा कि यह खुलासा मेरे कहने पर किया गया था।

आडवाणी की इस टिप्पणी के बाद सदन में बीजेपी के सदस्यों ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे को देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने सदन की कार्यवाही 12.55 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। बीजेपी ने आज सुबह ही नोट के बदले वोट कांड में सदन में चर्चा करवाने के लिए नोटिस दे दिया था। सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने लालकृष्ण आडवाणी को अपनी बात कहने का मौका दिया। बीजेपी साढ़े बारह बजे राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद वहां भी इस मुद्दे को जोरशोर से उठाने की तैयारी में है। बीजेपी के प्रवक्ता और सांसद रविशंकर प्रसाद ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस दिया है।


‘नोट के बदले वोट’ कांड में राज्यसभा सांसद और समाजवादी पार्टी के पूर्व महासचिव अमर सिंह समेत छह लोगों के खिलाफ हाल में चार्जशीट दाखिल की गई है। अमर सिंह इसी मामले में इनदिनों न्यायिक हिरासत में हैं। चार्जशीट में जिन पांच अन्‍य लोगों के नाम हैं, उनमें पूर्व बीजेपी सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते और महावीर भगोरा, बीजेपी कार्यकर्ता सुहैल हिंदुस्तानी, अमर सिंह के पूर्व सहयोगी संजीव सक्सेना और वरिष्ठ बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी के पूर्व सहयोगी सुधीन्द्र कुलकर्णी। सुहैल हिंदुस्तानी एवं संजीव सक्सेना इस मामले में पहले ही न्यायिक हिरासत में हैं। जुलाई, 2008 में संसद में विश्वास मत के दौरान कैश फॉर वोट कांड बीजेपी के तीन सांसदों-अशोक अरगल, भगोरा और कुलस्ते ने सदन के पटल पर नोटों की गड्‍डियां लहराई थीं और यूपीए की सरकार पर वोट देने के लिए घूस देने का आरोप लगाया था।

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