शुरू कर दी योजना, नहीं पहुंचीं दवाइयां
बालोतरा। राज्य में मातृ व शिशु मृत्यु दर कम करने के उद्देश्य को लेकर प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई जननी शिशु सुरक्षा योजना के तहत नि:शुल्क उपलब्ध करवाई जाने वाली दवाइयों की आपूर्ति राजकीय नाहटा चिकित्सालय में उपलब्ध नहीं करवाने से उपचार के लिए पहुंचने वाली प्रसूताओं के परिजनों को अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जबकि चिकित्सालय में योजना शुरू हुए तीन दिन से अधिक का समय बीत चुका है। ऎसे में उपचार के लिए पहुंचने वाली प्रसूताओं को बीपीएल काउण्टर से दवाइयां उपलब्ध करवाई जा रही है, जिससे पहले से ही काउण्टर पर काम के बढ़े बोझ में इन्हें दवाइयां उपलब्ध करवाया मुश्किल हो रहा है।
राज्य में मातृ व शिशु मृत्यु दर के भयावह आंकड़ों से परेशान व चितिंत राज्य सरकार ने कुछ दिन पहले पूरे प्रदेश भर में जननी शिशु सुरक्षा योजना शुरू की। इसके तहत प्रसूता को उपचार के लिए नजदीक के चिकित्सालय पहुंचाने, सुरक्षित प्रसव करवाकर उसे पुन: वाहन द्वारा घर पहुंचाने की व्यवस्था निर्घारित की गई है।
इसके अलावा उपचार के दौरान सभी प्रकार की दवाईयां नि:शुल्क उपलब्ध करवाने का प्रावधान है, लेकिन अफसोस की बात यह है कि राज्य सरकार ने जिस तरह से योजना व्यापक प्रचार प्रसार कर इसे प्रारंभ किया है। उसके अनुरूप चिकित्सालयों में दवाइयों सहित अन्य सुविधाओं का प्रबंधन नहीं किया गया है। इस पर चिकित्सालय में सुरक्षित प्रसव के लिए पहुंचने वाली प्रसूताओं के परिजनों को चिकित्सकों की मान मनुहार कर बीपीएल काउण्टर से दवाइयां खरीदनी पड़ती है।
बीपीएल काउण्टर पर पहले ही दवाइयां लेने बड़ी संख्या में बीपीएल मरीजों के उमड़ने पर भीड़ से बचने व तत्काल दवाई की जरूरत को लेकर प्रसूता के परिजन बाहर की दुकानों से दवाइयां खरीदते है। इसके अलावा बीपीएल काउण्टर के सुबह आठ से रात आठ बजे ही खुलने पर शेष समय में दवाईयों की जरूरत पड़ने पर मजबूरी में प्रसूताओ के परिजनों का बाहर की दुकानों से दवाईयां खरीदनी पड़ती है।
नहीं पहुंची सप्लाई
योजना की सफल क्रियान्विती को लेकर योजना शुभारंभ से पूर्व सभी चिकित्सालयों में दवाइयां पहुंच जानी थी, लेकिन अफसोस की बात यह है कि योजना शुरू हुए बीते कई दिनों बाद भी जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी विभाग कार्यालय से दवाइयों की सप्लाई नहीं की गई है।
इन दवाइयों की दरकार
जानकारी के अनुसार प्रसव कार्य के लिए इंजेक्शन सिण्टोसीन, मेथरजीन, केल्सियम, सीपी फाईव लैक, गारडियनल, क्लोरोक्वीन, अमीकासिन, मैग्नियशम सल्फेट, बेबी ड्रेस, पेडिया सेट, आई वी सैट, सैनेट्ररी पेड, बी वी सैट आदि पचास प्रकार से अधिक दवाइयों की जरूरत रहती है। लेकिन आज तक इनमें से एक भी दवाई उपलब्ध नहीं करवाई गई है।
दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज
बालोतरा। पचपदरा पुलिस थाना क्षेत्र में दहेज प्रताड़ना व फसल को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार श्रीमती इंदिरा देवी पत्नी बुद्धाराम निवासी कुड़ी ने बुद्धाराम पुत्र खीमाराम सहित चार जनों के खिलाफ दहेज के लिए प्रताडित कर स्त्री धन हड़पने तथा उसके खेत में फसल को नष्ट कर नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज करवाया है।
हमले में श्रमिक घायल
बालोतरा। कल्याणपुर थानांतर्गत नेवरी गांव में वन विभाग के आरक्षित इलाके मे रखवाली के लिए कार्यरत श्रमिक हमले में घायल हो गया। एएसआई शंकरसिंह के अनुसार नेवरी निवासी रेवत खां पुत्र अमरे खां वन विभाग के इलाके की रखवाली के लिए श्रमिक नियुक्त है। किसी बात को लेकर हुई कहासुनी के बाद रजाक खां व जोसूब खां पुत्र नूरे खां निवासी नेवरी ने लाठियों से उस पर हमला कर दिया। इसमें श्रमिक रेवत खां गंभीर घायल हो गया। कल्याणपुर के राजकीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उसे जोधपुर रेफर किया गया
बालोतरा। राज्य में मातृ व शिशु मृत्यु दर कम करने के उद्देश्य को लेकर प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई जननी शिशु सुरक्षा योजना के तहत नि:शुल्क उपलब्ध करवाई जाने वाली दवाइयों की आपूर्ति राजकीय नाहटा चिकित्सालय में उपलब्ध नहीं करवाने से उपचार के लिए पहुंचने वाली प्रसूताओं के परिजनों को अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जबकि चिकित्सालय में योजना शुरू हुए तीन दिन से अधिक का समय बीत चुका है। ऎसे में उपचार के लिए पहुंचने वाली प्रसूताओं को बीपीएल काउण्टर से दवाइयां उपलब्ध करवाई जा रही है, जिससे पहले से ही काउण्टर पर काम के बढ़े बोझ में इन्हें दवाइयां उपलब्ध करवाया मुश्किल हो रहा है।
राज्य में मातृ व शिशु मृत्यु दर के भयावह आंकड़ों से परेशान व चितिंत राज्य सरकार ने कुछ दिन पहले पूरे प्रदेश भर में जननी शिशु सुरक्षा योजना शुरू की। इसके तहत प्रसूता को उपचार के लिए नजदीक के चिकित्सालय पहुंचाने, सुरक्षित प्रसव करवाकर उसे पुन: वाहन द्वारा घर पहुंचाने की व्यवस्था निर्घारित की गई है।
इसके अलावा उपचार के दौरान सभी प्रकार की दवाईयां नि:शुल्क उपलब्ध करवाने का प्रावधान है, लेकिन अफसोस की बात यह है कि राज्य सरकार ने जिस तरह से योजना व्यापक प्रचार प्रसार कर इसे प्रारंभ किया है। उसके अनुरूप चिकित्सालयों में दवाइयों सहित अन्य सुविधाओं का प्रबंधन नहीं किया गया है। इस पर चिकित्सालय में सुरक्षित प्रसव के लिए पहुंचने वाली प्रसूताओं के परिजनों को चिकित्सकों की मान मनुहार कर बीपीएल काउण्टर से दवाइयां खरीदनी पड़ती है।
बीपीएल काउण्टर पर पहले ही दवाइयां लेने बड़ी संख्या में बीपीएल मरीजों के उमड़ने पर भीड़ से बचने व तत्काल दवाई की जरूरत को लेकर प्रसूता के परिजन बाहर की दुकानों से दवाइयां खरीदते है। इसके अलावा बीपीएल काउण्टर के सुबह आठ से रात आठ बजे ही खुलने पर शेष समय में दवाईयों की जरूरत पड़ने पर मजबूरी में प्रसूताओ के परिजनों का बाहर की दुकानों से दवाईयां खरीदनी पड़ती है।
नहीं पहुंची सप्लाई
योजना की सफल क्रियान्विती को लेकर योजना शुभारंभ से पूर्व सभी चिकित्सालयों में दवाइयां पहुंच जानी थी, लेकिन अफसोस की बात यह है कि योजना शुरू हुए बीते कई दिनों बाद भी जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी विभाग कार्यालय से दवाइयों की सप्लाई नहीं की गई है।
इन दवाइयों की दरकार
जानकारी के अनुसार प्रसव कार्य के लिए इंजेक्शन सिण्टोसीन, मेथरजीन, केल्सियम, सीपी फाईव लैक, गारडियनल, क्लोरोक्वीन, अमीकासिन, मैग्नियशम सल्फेट, बेबी ड्रेस, पेडिया सेट, आई वी सैट, सैनेट्ररी पेड, बी वी सैट आदि पचास प्रकार से अधिक दवाइयों की जरूरत रहती है। लेकिन आज तक इनमें से एक भी दवाई उपलब्ध नहीं करवाई गई है।
दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज
बालोतरा। पचपदरा पुलिस थाना क्षेत्र में दहेज प्रताड़ना व फसल को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार श्रीमती इंदिरा देवी पत्नी बुद्धाराम निवासी कुड़ी ने बुद्धाराम पुत्र खीमाराम सहित चार जनों के खिलाफ दहेज के लिए प्रताडित कर स्त्री धन हड़पने तथा उसके खेत में फसल को नष्ट कर नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज करवाया है।
हमले में श्रमिक घायल
बालोतरा। कल्याणपुर थानांतर्गत नेवरी गांव में वन विभाग के आरक्षित इलाके मे रखवाली के लिए कार्यरत श्रमिक हमले में घायल हो गया। एएसआई शंकरसिंह के अनुसार नेवरी निवासी रेवत खां पुत्र अमरे खां वन विभाग के इलाके की रखवाली के लिए श्रमिक नियुक्त है। किसी बात को लेकर हुई कहासुनी के बाद रजाक खां व जोसूब खां पुत्र नूरे खां निवासी नेवरी ने लाठियों से उस पर हमला कर दिया। इसमें श्रमिक रेवत खां गंभीर घायल हो गया। कल्याणपुर के राजकीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उसे जोधपुर रेफर किया गया
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