शुक्रवार, 2 सितंबर 2011

स्‍तन पान कराने वाली मां बच्‍चे के प्रति ज्‍यादा समर्पित होती है


आमतौर पर स्‍तनपान कराने वाली मां को बोतल से दूध पिलाने वाली मां की तुलना में कमजोर समझा जाता है लेकिन शोधकर्ताओं का कहना है कि शिशुओं को बोतल से दूध पिलाने वाली माताओं की तुलना में स्तनपान कराने वाली माताएं अपने नवजात व खुद की ज्यादा आक्रामक ढंग से रक्षा करती हैं।
एक नए अध्ययन के मुताबिक स्तनपान से महिलाओं को अतिरिक्त साहस मिलता है। शरीर की विशिष्ट डर प्रतिक्रियाओं को दबाने के लिए उन्हें इस साहस की आवश्यकता होती है।
लॉस एंजेलिस के कैलीफोर्निया विश्वविद्यालय की अध्ययनकर्ता जेनिफर हान-होलब्रूक कहती हैं कि शिशु के स्वास्थ्य व प्रतिरोधकता के लिए स्तनपान के कई फायदे हैं लेकिन इससे माताओं को भी थोड़ा फायदा होता है। स्तनपान कराने वाली महिलाओं का रक्तचाप भी कम होता है।
उन्होंने कहा कि नई माताओं में कई प्रकार के तनाव हो सकते हैं। स्तनपान के चलते इस प्रकार के तनाव के कारक उन पर असर नहीं कर पाते हैं। इसके अलावा यदि मां को खुद की व अपने बच्चे की सुरक्षा की जरूरत पड़े तो उनमें स्तनपान से इसके लिए अतिरिक्त साहस भी होता है। इस प्रक्रिया को 'लेक्टेशन एग्रेसन' या 'मेटरनल डिफेंस' कहते हैं।

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