एक सप्ताह में 77 मलेरिया रोगी
सिवाना। उपखंड क्षेत्र में मलेरिया का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। मच्छरों ने दिन का चैन व रातों की नींद उड़ा रखी है। वहीं मलेरिया व मौसमी बीमारियों से ग्रस्त मरीज घर-घर कराह रहे हैं। विभागीय स्तर पर मलेरिया की रोकथाम के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं है। ग्रामीणों को मजबूरन निजी चिकित्सालयों अथवा नीम हकीमों की शरण लेकर उपचार करवाना पड़ रहा है।
चिकित्सा विभाग द्वारा इस बार मलेरिया रोधी दवाईयों का छिड़काव संपूर्ण क्षेत्र में नहीं करवाया गया है। इससे मच्छरों का प्रजनन व प्रकोप बहुत ज्यादा बढ़ गया है। उपखंड क्षेत्र के सभी गांवों में मलेरिया ने तेजी से पांव पसारे हैं। हालात बेकाबू होने के बाद भी महकमे के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
बढ़ रहे हैं मरीज
विभागीय आंकड़े खुद इस बात का गवाह है कि मलेरिया किस तेजी से अपने पांव पसार रहा है। 16 से 22 सितंबर के दौरान विभाग द्वारा विभिन्न गांवों से 1543 मरीजों की रक्तजांच के नमूने लिए गए। 77 मरीज मलेरिया पी.वी. से ग्रस्त पाए गए। राजस्व गांव पीपलून में सबसे ज्यादा एक दर्जन मरीज पाए गए हैं। मोकलसर में 15, मायलावास में 9, राखी में 8, कुसीप में 9, पादरड़ी में 9, सिवाना में 6, गुड़ानाल में 5, समदड़ी में 5 केस मिले हैं। कस्बे के निजी अस्पतालों में प्रतिदिन दो दर्जन रोगी मलेरिया से चिह्नित किए जा रहे हैं।
उपाय जारी है
चिह्नित गांवों में स्वास्थ्य केंद्रों पर मलेरिया की दवाईयां भेज दी गई है। रोकथाम के लिए प्रयास चल रहे हैं। जरूरत पड़ने पर दुबारा छिड़काव भी करवाया जाएगा।
डॉ. गुमानसिंह राठौड़
खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सिवाना
भेजें मोबाइल टीम
मलेरिया की रोकथाम के लिए गांव-गांव में मोबाइल टीमें भेजी जाए। इसके लिए पुख्ता बंदोबस्त जरूरी है।
हुकमसिंह खींची
सरपंच, कुसीप
चिकित्सा विभाग द्वारा इस बार मलेरिया रोधी दवाईयों का छिड़काव संपूर्ण क्षेत्र में नहीं करवाया गया है। इससे मच्छरों का प्रजनन व प्रकोप बहुत ज्यादा बढ़ गया है। उपखंड क्षेत्र के सभी गांवों में मलेरिया ने तेजी से पांव पसारे हैं। हालात बेकाबू होने के बाद भी महकमे के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
बढ़ रहे हैं मरीज
विभागीय आंकड़े खुद इस बात का गवाह है कि मलेरिया किस तेजी से अपने पांव पसार रहा है। 16 से 22 सितंबर के दौरान विभाग द्वारा विभिन्न गांवों से 1543 मरीजों की रक्तजांच के नमूने लिए गए। 77 मरीज मलेरिया पी.वी. से ग्रस्त पाए गए। राजस्व गांव पीपलून में सबसे ज्यादा एक दर्जन मरीज पाए गए हैं। मोकलसर में 15, मायलावास में 9, राखी में 8, कुसीप में 9, पादरड़ी में 9, सिवाना में 6, गुड़ानाल में 5, समदड़ी में 5 केस मिले हैं। कस्बे के निजी अस्पतालों में प्रतिदिन दो दर्जन रोगी मलेरिया से चिह्नित किए जा रहे हैं।
उपाय जारी है
चिह्नित गांवों में स्वास्थ्य केंद्रों पर मलेरिया की दवाईयां भेज दी गई है। रोकथाम के लिए प्रयास चल रहे हैं। जरूरत पड़ने पर दुबारा छिड़काव भी करवाया जाएगा।
डॉ. गुमानसिंह राठौड़
खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सिवाना
भेजें मोबाइल टीम
मलेरिया की रोकथाम के लिए गांव-गांव में मोबाइल टीमें भेजी जाए। इसके लिए पुख्ता बंदोबस्त जरूरी है।
हुकमसिंह खींची
सरपंच, कुसीप
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