गुरुवार, 29 सितंबर 2011

छात्रा को 50 हजार रुपए में बेचने के मामले में नया मोड़

रायपुर। राजस्थान के कोटा में छात्रा को 50 हजार रुपए में बेचने के मामले में नया मोड़ आ गया है। यह तथ्य सामने आया है कि आरोपी राधेश्याम मीणा ने छात्रा से जबरिया शादी की थी। उसके बाद वह उसे मजबूर कर सालभर तक अनाचार करता रहा। छात्रा अपने घर से भागकर गई थी।

उसने पुलिस को दिए गए बयान में बताया कि वह घर वालों के तानों से परेशान थी। उसकी सहेली रेवती अपने रिश्तेदार के यहां शादी में जा रही थी। उसने छात्रा से पूछा तो वह साथ चलने को तैयार हो गई। पुलिस ने बताया कि छात्रा अपना बयान भी बार-बार बदल रही है। पहले उसने रेवती की शादी की बात कही थी, लेकिन अब वह उसके रिश्तेदार की शादी की बात बता रही है। पुलिस रेवती के माता-पिता की तलाश में लगी है। वहां से बयान होने के बाद इस मामले का खुलासा किया जाएगा।

यह थी पूरी खबर...


रायपुर।राजधानी की नाबालिग छात्रा को राजस्थान के कोटा में 50 हजार रुपए में बेचने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। छात्रा को उसकी सहेली के माता-पिता अपने साथ कोटा ले गए और वहीं गुपचुप तरीके से उसका सौदा कर दिया। पुलिस ने करीब सालभर बाद छात्रा को खरीदने और उसके साथ अनाचार करने वाले अधेड़ को गिरफ्तार कर लिया। छात्रा को भी सोमवार को राजधानी ले आई।


राजातालाब की आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली 15 वर्षीय छात्रा 8 अगस्त 2010 से गायब थी। यहीं के तेलीबांधा में रहने वाली उसकी सहेली रेवती की शादी कोटा के बीजापुरा गांव में तय हुई थी। रेवती के माता-पिता बहला-फुसलाकर उसे अपने साथ बीजापुरा ले गए। नाबालिग ने इसकी जानकारी घरवालों को नहीं दी। रेवती की शादी के बाद जब वह रात में सो रही थी, तो रेवती के माता-पिता ने उसका 45 वर्षीय राधेश्याम मीणा से सौदा कर दिया।


छात्रा की जब आंख खुली, तो वह कमरे में बंद दी। राधेश्याम उसे खरीदने की बात कह कर सालभर तक प्रताड़ित और अनाचार करता रहा। सुराग मिलने के बाद पुलिस ने बीजापुरा गांव में दबिश दी, लेकिन आरोपी राधेश्याम छात्रा को लेकर फरार हो गया। कई दिनों तक पीछा करने के बाद आरोपी को छात्रा के साथ डोंगरगढ़ में दबोच लिया गया। सिविल लाइंस पुलिस ने राधेश्याम मीणा के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।


खरीदने की बात कहकर मनमानी करता था- छात्रा


पीड़ित छात्रा नेबताया कि उस दिन सुबह मैं सोकर उठी, तो यही आदमी मेरे साथ था। मैं वहां से जाने लगी, तो मुझे जबर्दस्ती रोककर 50 हजार में खरीदने की बात कहने लगा। उसके बाद वह मुझसे शादी करने की बात कहता था। मुझे घर से बाहर जाने नहीं देता था। मैं एक बार वहां से भागने की भी कोशिश की, तो मारपीट कर मुझे कमरे में बंद कर दिया। मुझे सहेली रेवती के माता-पिता का नाम नहीं मालूम। उन्हीं लोगों ने मुझे वहां बेचा था।


छात्रा को ऐसे मिली आजादी


कोटा जिले का बीजापुरा गांव मीणा जनजाति बहुल इलाका है। राधेश्याम वहीं का था और वह कोटा में काम करने जाता था। छात्रा पिछले कुछ महीनों से बीमार थी और हमेशा रोती रहती थी। पुलिस के आने की आरोपी को खबर लग गई। वह उसे लेकर वहां से अनजाने में ही छत्तीसगढ़ की ओर आने वाली ट्रेन में बैठ गया। पुलिस को इसकी जानकारी मिल गई और फिर घेराबंदी कर डोंगरगढ़ में उसे दबोच लिया गया। पुलिस फिर छात्रा को आंबेडकर अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उसके साथ शारीरिक शोषण की पुष्टि की है।


मानव तस्करी का मामला


यह मानव तस्करी जैसा मामला है। 50 हजार में खरीदी की बात सामने आई है। पुलिस इस बात की तस्दीक कर आरोपी से पूछताछ कर रही है। उसे बेचने वाले दंपति की गिरफ्तारी से इस बात का खुलासा हो पाएगा। बहरहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर छात्रा को आजाद कर दिया है। इस मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। आगे कुछ और भी तथ्य सामने आ सकते हैं।


- दिपांशु काबरा, एसएसपी, रायपुर

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