मंगलवार, 13 सितंबर 2011

महिला उत्पीड़न के 40 फीसदी मामले फर्जी

महिला उत्पीड़न के 40 फीसदी मामले फर्जी

जयपुर। पुरूष प्रधान समाज में महिलाओं की स्थिति को सुधारने के लिए सरकार द्वारा नित नए कानून और नियम बनाए जा रहे हैं। हालांकि यह बात और है कि इन सबके बावजूद महिलाओं पर अत्याचार के मामलों में कमी नहीं आई है। लेकिन सिक्के के इस पहलू के उलट एक और सच्चाई है कि महिलाओं के हित के लिए बनाए गए 498 ए कानून का इस्तेमाल फर्जी मामलों के लिए किया जा रहा है।

जानकारी के मुताबिक अकेले राजस्थान मे 2010 में 498 ए के तहत 1078 मामले दर्ज किए गए। सूत्रों की माने तो इनमें से 40 प्रतिशत मामले फर्जी हैं। जबकि 2011 में इनकी संख्या बढ़कर 4405 हो गई। जिसमें 1722 मामले झूठे पाए गए। वहीं 1840 मामले सुनवाई कोर्ट में पहुंचे और 843 अब भी लंबित हैं।

हालांकि ऎसा नहीं है कि यह कानून पूरी तरह से गलत मकसद के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। जहां 40 प्रतिशत मामले फर्जी हैं तब भी 60 फीसदी महिलाएं ऎसी भी हैं जो पुरूषों के उत्पीड़न का शिकार हैं।
 

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