गुरुवार, 22 सितंबर 2011

सूकडी बचाओ की मांग, किसानों ने दिया धरना किसानों ने कहा- 26 गांवों को होगा फायदा, मिटेगी फ्लोराइड की समस्या


सूकडी बचाओ की मांग, किसानों ने दिया धरना

किसानों ने कहा- 26 गांवों को होगा फायदा, मिटेगी फ्लोराइड की समस्या






आहोर  सूकड़ी नदी बचाओ संघर्ष समिति के तत्वाधान में क्षेत्र के सामूजा, बादनवाड़ी और मीठड़ी सहित विभिन्न गांवों के सैकड़ों किसानों ने बुधवार को आहोर उपखंड कार्यालय के समक्ष सूकड़ी नदी के बहाव क्षेत्र से अवैध अतिक्रमण व रुकावट हटा कर प्राकृतिक बहाव को सुचारू करवाने की मांग को लेकर उपखंड मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना दिया।

धरने के बाद किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी विशाल दवे को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया गया है कि सूकड़ी नदी पोसालिया, पंचदेवल व अरावली की पहाडिय़ों से निकलती है। साथ ही इसमें जवाई बांध से निकलने वाली शाखा भी आगे चलकर एक हो जाती है। यही नदी आहोर के निकट आकर दो भागों में विभक्त हो जाती है। जिसमें से एक जालोर की ओर एवं दूसरी भैसवाड़ा, सामूजा, गोदन, बादनवाड़ी, मीठड़ी, देवकी, देचू, बोकड़ा, सरदारगढ़ व हनवंतगढ सहित 26 गांवों से बहती हुई तीखी गांव के पास दूसरी नदी में मिल जाती है। जिसका सिंचाई विभाग के जीटीसी एवं राजस्व रिकॉर्ड में गैर मुमकिन नदी के रूप में उल्लेख किया हुआ है।

वर्तमान में इस नदी पर बाढ़ बचाव के तहत दोनों किनारों पर बड़ी पाल व पेचिंग भी बनी हुई है। तथा इसी नदी में जलदाय विभाग की ट्यूबवेल भी खोदे गए हैं। जो पानी के चलने से रिचार्ज होते हैं। वर्तमान में नदी के बहाव क्षेत्र में कई लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर आवासीय प्लाट भी आवंटित कर दिए हैं। साथ ही भू माफिया द्वारा नदी के प्राकृतिक बहाव को रोकने का प्रयास भी किया गया है।

सामूजा सहित कई गांवों में पेयजल समस्या के साथ फ्लोराइड की समस्या भी बनी हुई है। अगर इस नदी का बहाव पूर्व की भांति चलता रहे तो सामूजा, गोदन, बादनवाड़ी सहित 26 गांवों के किसानों व ग्रामीणों को इसका लाभ मिल सकेगा। इस दौरान अमरसिंह, कृष्णपालसिंह, आवडदान चारण, मांगीलाल, लादूसिंह, लालाराम, दलपतसिंह, तगाराम, गोपालसिंह, पका राम, वगतावरसिंह, पप्पूसिंह, खीमसिंह, हनुमाना राम, मोटाराम, उदयसिंह, नवाराम, शेष त्न पेज १५

जेठू सिंह, नरसा राम, छतराराम, भगवानसिंह, भूरा राम, चंदनसिंह, भगवंत सिंह, मालाराम, प्रेमसिंह, विक्रमसिंह, चुनाराम, तुलसाराम, वेला राम, बाबूलाल, पूनम सिंह, शैतानसिंह, छोगा राम, कालाराम, यूसुफ खां, अंबालाल और चुनाराम सहित कई किसान मौजूद थे।

आहोर. सुकड़ी नदी में पानी की मांग को लेकर धरने पर बैठे किसान।

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