शिवगंज अच्छी बारिश के साथ जलस्रोतों में पर्याप्त पानी होने के बाद भी शिवगंज में पिछले लंबे अंतराल से नागरिकों को एकांतरे पानी मिल रहा है। पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े जलस्रोत जवाई बांध की गोद में बसे इस शहर की आबादी ३० हजार से अधिक है। एकांतरे पानी की सप्लाई होने से आज भी कई परिवार बिना पानी रह जाते हंै। इस कारण कई परिवार निजी टैंकरों से पानी डलवाने को मजबूर हैं।
शहर में करीब साढ़े पांच हजार नल कनेक्शन हैं एवं एकांतरे सप्लाई में जलदाय विभाग के अधिकारी इस समय प्रति व्यक्ति रोजाना 90 लीटर पानी की आपूर्ति देने का दावा कर रहे हैं। हालात यह हैं कि कई धनाढ्य व्यक्तियों की ओर से अपने मकानों पर विद्युत मोटरें लगवा लेने से अंतिम छोर पर आए मकानों तक पानी की सप्लाई इतनी धीमी गति से होती है कि उन्हें बड़ी मुश्किल से दो-तीन मटके ही पानी नसीब हो रहा है। जलदाय विभाग के सूत्रों ने बताया कि इस समय जवाई बांध से प्रतिदिन 24 लाख लीटर एवं स्थानीय कुओं से 4 लाख लीटर पानी प्राप्त हो रहा है। इसके लिए शहर को चार भागों में विभाजित किया गया है। प्रतिदिन एकांतरे होने वाली इस सप्लाई में प्रति व्यक्ति 90 लीटर पानी की आपूर्ति दी जा रही है, लेकिन आबादी के अनुपात में यहां प्रतिदिन 30 लाख लीटर पानी की आवश्यकता है।
ये हैं जलापूर्ति के स्रोत : जलदाय विभाग के कुओं, ट्यूबवेलों एवं जवाई बांध के पानी को फिल्टर प्लांट में सम्मिलित कर शहर में जलापूर्ति दी जाती है। पिछले दो वर्ष से बांध में पानी की अच्छी आवक हो रही है, जबकि बांध की जलप्रदाय परियोजना के शुभारंभ पर जवाई में पानी का अभाव होने से इस बांध से पानी भी नसीब नहीं हो पाया था, लेकिन वर्तमान में इस योजना के जरिए बांध से पर्याप्त पानी मिलने के बावजूद एकांतरे पानी मिल रहा है। ऐसे में कई मोहल्लों के अंतिम छोर पर नलों में पानी कम ही आने से नागरिक परेशान हंै। कई लोग तो आज भी टैंकरों से पानी मंगवाने को मजबूर हैं।
शहर में करीब साढ़े पांच हजार नल कनेक्शन हैं एवं एकांतरे सप्लाई में जलदाय विभाग के अधिकारी इस समय प्रति व्यक्ति रोजाना 90 लीटर पानी की आपूर्ति देने का दावा कर रहे हैं। हालात यह हैं कि कई धनाढ्य व्यक्तियों की ओर से अपने मकानों पर विद्युत मोटरें लगवा लेने से अंतिम छोर पर आए मकानों तक पानी की सप्लाई इतनी धीमी गति से होती है कि उन्हें बड़ी मुश्किल से दो-तीन मटके ही पानी नसीब हो रहा है। जलदाय विभाग के सूत्रों ने बताया कि इस समय जवाई बांध से प्रतिदिन 24 लाख लीटर एवं स्थानीय कुओं से 4 लाख लीटर पानी प्राप्त हो रहा है। इसके लिए शहर को चार भागों में विभाजित किया गया है। प्रतिदिन एकांतरे होने वाली इस सप्लाई में प्रति व्यक्ति 90 लीटर पानी की आपूर्ति दी जा रही है, लेकिन आबादी के अनुपात में यहां प्रतिदिन 30 लाख लीटर पानी की आवश्यकता है।
ये हैं जलापूर्ति के स्रोत : जलदाय विभाग के कुओं, ट्यूबवेलों एवं जवाई बांध के पानी को फिल्टर प्लांट में सम्मिलित कर शहर में जलापूर्ति दी जाती है। पिछले दो वर्ष से बांध में पानी की अच्छी आवक हो रही है, जबकि बांध की जलप्रदाय परियोजना के शुभारंभ पर जवाई में पानी का अभाव होने से इस बांध से पानी भी नसीब नहीं हो पाया था, लेकिन वर्तमान में इस योजना के जरिए बांध से पर्याप्त पानी मिलने के बावजूद एकांतरे पानी मिल रहा है। ऐसे में कई मोहल्लों के अंतिम छोर पर नलों में पानी कम ही आने से नागरिक परेशान हंै। कई लोग तो आज भी टैंकरों से पानी मंगवाने को मजबूर हैं।
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