जयपुर। अपराधी कितने बेखौफ हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लग सकता है कि थानेदार व इंस्पेक्टर दंपती के घर चोर घुसे और नकदी, जेवरात सहित सारा कीमती सामान ले गए। चोर करीब तीन घंटे तक घर में रहे।
वारदात श्रीरामनगर-बी निवारू रोड निवासी महावीर सिंह यादव के मकान में हुई। वे भीलवाड़ा के बिजौलियां थाने के प्रभारी हैं। उनकी पत्नी सुशीला मीणा भी इंस्पेक्टर हैं तथा आरपीए में तैनात हैं। 20 अगस्त को सुशीला अपने बेटे व ससुर मिलापचंद के साथ पति से मिलने भीलवाड़ा गई थी। 22 अगस्त की रात को वापस आई तो मकान के मुख्य दरवाजे पर कुंदी लगी हुई थी लेकिन ताला नहीं था। अंदर जाकर देखा तो सारे कमरों के ताले टूटे हुए थे। सारा सामान अस्त-व्यस्त पड़ा था। चोर अलमारी व दराजों से सोने के 4 टॉप्स, 2 जोड़ी झुमके, 2 अंगूठियां, जंतर, मंगलसूत्र पांच हजार रुपए की नकदी, कपड़े व घरेलू सामान ले गए। इस संबंध में मिलापचंद ने झोटवाड़ा थाने में मामला दर्ज कराया है।
पड़ोसी ने सुनी थी आवाज
घर मे चोरी की सूचना के बाद मंगलवार को बिजौलिया से महावीर प्रसाद भी आ गए। उन्होंने बताया कि 20 अगस्त को जब परिवार वाले तथा पत्नी बिजौलिया के लिए रवाना हुए थे तब पड़ोसी को इस बारे में बोलकर गए थे कि वे दो दिन में आएंगे। मकान सूना है। ध्यान रखना। पड़ोसी ने बताया कि 20 अगस्त की रात को उनके मकान में हल्की हल्की आवाज आ रही थी। इस पर रात को मकान के बाहर जाकर देखा भी लेकिन अंदर किसी तरह की हलचल नहीं दिखाई दी तो वापस आकर सो गए।
कायदे-कानून से खुद ही बेखबर
पति-पत्नी पुलिस में जिम्मेदार जगह पर तैनात हैं लेकिन दोनों में से किसी ने भी घर को सूना छोड़ते समय निकटतम पुलिस थाने में सूचना तक नहीं दी। आमजन को भले ही पुलिस यह कहती हो कि मकान सूना छोड़ो तो पड़ोसी और गश्त अधिकारी को या संबंधित थाने को सूचना दो लेकिन खुद पुलिस इंस्पेक्टर ये सूचना देना भूल गए।
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